WGC की रिपोर्ट के अनुसार, जून तिमाही में सोने की मांग 5 प्रतिशत घटकर 149.7 टन रह गई है।

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने गोल्ड डिमांड पर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, जून तिमाही में भारत में गोल्ड डिमांड में 5 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह 149.7 टन पर आ गई है। यह गिरावट सोने की बढ़ती कीमतों के कारण हुई है। पिछले साल की इसी अवधि में गोल्ड डिमांड 158.1 टन थी।

gold demand

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने गोल्ड डिमांड पर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, जून तिमाही में भारत में गोल्ड डिमांड में 5 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह 149.7 टन पर आ गई है। यह गिरावट सोने की बढ़ती कीमतों के कारण हुई है। पिछले साल की इसी अवधि में गोल्ड डिमांड 158.1 टन थी।

हालांकि, मूल्य के आधार पर, दूसरी तिमाही में सोने की मांग 17 प्रतिशत बढ़कर 93,850 करोड़ रुपये हो गई है।

सोने की कीमत में बढ़ोतरी

चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान सोने की कीमतें बढ़ गई हैं। इस दौरान 24 कैरेट सोने की कीमत 74,000 रुपये प्रति 10 ग्राम को पार कर गई। इस तिमाही में गोल्ड की औसत कीमत 2,338.2 अमेरिकी डॉलर थी, जबकि 2023 की इसी अवधि में यह 1,975.9 अमेरिकी डॉलर थी। इसमें आयात शुल्क और जीएसटी शामिल नहीं है।

2024 की दूसरी तिमाही में भारत की सोने की मांग थोड़ी कम होकर 149.7 टन रह गई, जो साल-दर-साल 5 प्रतिशत कम है। इसका कारण सोने की रिकॉर्ड ऊंची कीमतें हैं। हालांकि, सोने की मांग में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो भारतीय उपभोक्ताओं के लिए सोने के स्थायी मूल्य को दर्शाता है, ऐसा WGC इंडिया के क्षेत्रीय सीईओ सचिन जैन ने कहा।

WGC की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ज्वेलरी डिमांड भी 17 प्रतिशत घटकर 106.5 टन हो गई, जो पिछले साल की समान तिमाही में 128.6 टन थी। वहीं, दूसरी तिमाही में कुल निवेश मांग 46 प्रतिशत बढ़कर 43.1 टन हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 29.5 टन थी। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान भारत में रिसाइकल्ड गोल्ड 39 प्रतिशत गिरकर 23 टन रह गया, जबकि 2023 की दूसरी तिमाही में यह 37.6 टन था।

अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत में सोने का कुल आयात 196.9 टन रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के 182.3 टन की तुलना में 8 प्रतिशत ज्यादा है।