एफडी या डेट फंड: किसमें सुरक्षित रहेंगे आपके पैसे और मिलेगा अच्छा रिटर्न
किसी भी व्यक्ति के लिए निवेश से पहले दो महत्वपूर्ण बातें होती हैं: पहला, उसकी राशि सुरक्षित रहेगी या नहीं, और दूसरा, उसे कितना रिटर्न मिलेगा। अगर सुरक्षित निवेश की बात की जाए, तो फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) आज भी सबसे विश्वसनीय विकल्प माना जाता है। इसके साथ ही, डेट फंड भी कम जोखिम वाले निवेश माने जाते हैं।
किसी भी व्यक्ति के लिए निवेश से पहले दो महत्वपूर्ण बातें होती हैं: पहला, उसकी राशि सुरक्षित रहेगी या नहीं, और दूसरा, उसे कितना रिटर्न मिलेगा। अगर सुरक्षित निवेश की बात की जाए, तो फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) आज भी सबसे विश्वसनीय विकल्प माना जाता है। इसके साथ ही, डेट फंड भी कम जोखिम वाले निवेश माने जाते हैं।
आइए जानते हैं कि एफडी और डेट फंड में निवेश के लिए कौन सा विकल्प बेहतर है और किसमें ज्यादा रिटर्न मिल सकता है।
एफडी में निवेश के फायदे और नुकसान
एफडी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें आपकी पूंजी सुरक्षित रहती है और आपको निश्चित रिटर्न मिलता है। यही कारण है कि अधिकांश लोग एफडी में निवेश करते हैं। विशेष रूप से, रिटायर्ड कर्मचारी अक्सर अपनी रिटायरमेंट राशि को एफडी में निवेश करते हैं।
हालांकि, एफडी में एक कमी यह है कि इसमें दूसरे निवेश विकल्पों की तुलना में कम ब्याज मिलता है। कभी-कभी एफडी का ब्याज दर मुद्रास्फीति को भी नहीं मात दे पाता, जिससे आपके मूलधन का वास्तविक मूल्य कम हो सकता है।
वर्तमान में, ज्यादातर सरकारी बैंक एफडी पर 6.5% सालाना ब्याज दर देते हैं, जबकि प्राइवेट बैंकों में यह दर 7% के आसपास होती है। वहीं, पिछले पांच सालों में औसत मुद्रास्फीति दर 5% या उससे अधिक रही है, जिससे एफडी का नेट रिटर्न बहुत कम होता है।
डेट फंड में निवेश के फायदे
डेट फंड वास्तव में म्यूचुअल फंड की एक स्कीम है, जिसमें इक्विटी मार्केट की बजाय कॉरपोरेट बॉन्ड, सरकारी बॉन्ड और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स जैसे फिक्स्ड इनकम असेट्स शामिल होते हैं। इससे आपकी पूंजी सुरक्षित रहती है और तय रिटर्न मिलता है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के डेटा के अनुसार, मीडियम ड्यूरेशन वाले टॉप 5 डेट फंड्स के डायरेक्ट प्लान का पिछले 5 सालों का औसत सालाना रिटर्न 7.41% से 9.55% तक रहा है। कम अवधि वाले डेट फंड्स को अधिक सुरक्षित और स्थिर रिटर्न देने वाला माना जाता है, जिनका पिछले 5 सालों का औसत सालाना रिटर्न 7.46% से 8.25% तक रहा है।
एफडी या डेट फंड: कौन सा बेहतर है?
यह पूरी तरह से आपकी जरूरत और सहूलियत पर निर्भर करता है। हालांकि, कुछ मामलों में डेट फंड्स एफडी से बेहतर साबित होते हैं। डेट फंड्स में लिक्विडिटी अधिक होती है, जिसका मतलब है कि आप जरूरत पड़ने पर अपनी यूनिट्स बेचकर पैसे निकाल सकते हैं, जबकि एफडी में ऐसा करने पर पेनल्टी लग सकती है।
अगर आपका मुख्य लक्ष्य आपकी पूंजी की 100% सुरक्षा है, तो आप एफडी में निवेश कर सकते हैं। लेकिन, मुद्रास्फीति को मात देने के लिए आप अपनी राशि का कुछ हिस्सा डेट फंड्स में भी निवेश कर सकते हैं। हालांकि, लंबी अवधि वाले डेट फंड्स की बजाय कम अवधि वाले फंड्स में निवेश करना अधिक सुरक्षित और स्थिर होता है।
Leave a Reply