प्याज के दाम काबू में नहीं आ रहे हैं, तो आखिर सरकार की योजना में कहां रह गई कमी

महंगाई की मार से आम जनता अभी भी जूझ रही है। इस साल, देशभर में अच्छी बारिश होने के बावजूद हरी सब्जियों की कीमतों में भारी इजाफा हुआ है। कई इलाकों में प्याज और टमाटर सहित हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। 

Onion Price Hike
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सब्जियों की कीमतों में उछाल

महंगाई की मार से आम जनता अभी भी जूझ रही है। इस साल, देशभर में अच्छी बारिश होने के बावजूद हरी सब्जियों की कीमतों में भारी इजाफा हुआ है। कई इलाकों में प्याज और टमाटर सहित हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरी सब्जियों की कीमतों में तेज़ी देखी गई है। मेट्रो सिटी के रिटेल मार्केट में आलू और प्याज की कीमतें बढ़कर 70 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। हालांकि, सरकार ने इनकी कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सब्सिडी पर प्याज बेचना शुरू किया है।

अगर हरी सब्जियों की बात करें, तो कई बाजारों में शिमला मिर्च, लौकी और पालक 100 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बिक रहे हैं। इन बढ़ती कीमतों के कारण आम लोगों के लिए रसोई का बजट संभालना मुश्किल हो गया है।

क्यों बढ़ रही हैं सब्जियों की कीमतें?

थोक विक्रेताओं के अनुसार, भारी बारिश के कारण यातायात और सब्जियों की आपूर्ति प्रभावित हुई है। इसके चलते महानगरों में सब्जियों की आवक देर से हो रही है, जिससे दामों में बढ़ोतरी हो रही है। साथ ही, भारी बारिश के कारण उपज में भी कमी आई है। इस साल महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में भारी बारिश हुई, जिससे सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं।

सरकार की योजना

हर साल मानसून के दौरान सब्जियों की कीमतें बढ़ जाती हैं। सरकार इसे नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास करती है। इस साल भी सरकार ने प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए 5 सितंबर 2024 से 35 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर प्याज बेचना शुरू किया है।

टमाटर की कीमतों में तेजी

टमाटर की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं। दिल्ली के बाजारों में टमाटर 80 से 100 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। उम्मीद है कि सरकार जल्द ही टमाटर की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए इसे भी सब्सिडी पर बेचेगी, हालांकि इस पर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।