
धनतेरस के मौके पर लोगों ने जूलरी खरीदकर त्योहार का जश्न मनाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस एक दिन में लगभग 35 टन सोने की बिक्री हुई
दीवाली 2024 का महोत्सव शुरू हो चुका है, जिसका शुभारंभ हाल ही में धनतेरस से हुआ। भारतीय परंपरा के अनुसार, धनतेरस के दिन नए सामान और विशेष रूप से सोने-चांदी की खरीदारी को शुभ माना जाता है। इस दिन सुनार की दुकानों पर ग्राहकों की भारी भीड़ देखने को मिली।

दीवाली 2024 का महोत्सव शुरू हो चुका है, जिसका शुभारंभ हाल ही में धनतेरस से हुआ। भारतीय परंपरा के अनुसार, धनतेरस के दिन नए सामान और विशेष रूप से सोने-चांदी की खरीदारी को शुभ माना जाता है। इस दिन सुनार की दुकानों पर ग्राहकों की भारी भीड़ देखने को मिली।
इस साल धनतेरस पर 35 टन सोने की बिक्री हुई, जो पिछले साल की 45 टन की बिक्री से कम रही। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के महासचिव सुरेंद्र मेहता के अनुसार इस बार 28,000 करोड़ रुपये की सोने की बिक्री हुई। वहीं, चांदी की खरीद में पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस बार लोगों ने आभूषणों से ज्यादा चांदी और सोने के सिक्के खरीदे, जिसमें सोने के 14 टन सिक्कों की खरीद भी शामिल है।
इस साल बिक्री में कमी का एक कारण धनतेरस का कार्यदिवस होना माना जा रहा है, जिससे लोगों के पास खरीदारी के लिए समय कम था। हालांकि, दोपहर के बाद बाजारों में भीड़ बढ़ी। इसके अलावा, सोने और चांदी की बढ़ती कीमतें भी एक वजह बनीं, जिससे लोगों ने कम खरीदारी की।
विश्व स्वर्ण परिषद के क्षेत्रीय सीईओ, सचिन जैन ने बताया कि इस बार युवा खरीदारों ने भी काफी रुचि दिखाई। उन्होंने सोने के सिक्के, चेन, झुमके और कंगनों की खरीदारी में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
धनतेरस पर सोने-चांदी के अलावा लोगों ने गाड़ियां भी खूब खरीदीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एसयूवी और लग्जरी कारों की अच्छी डिमांड रही। किआ इंडिया ने जानकारी दी कि उन्होंने धनतेरस पर 6,000 से ज्यादा कारों की डिलीवरी की है।
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