पेंशनधारकों के लिए सरकार ने दी बड़ी सौगात, केंद्रीयकृत पेंशन भुगतान प्रणाली शुरू,जानें इसके लाभ
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने पेंशन सेवाओं में एक बड़ा कदम उठाते हुए केंद्रीयकृत पेंशन भुगतान प्रणाली (सीपीपीएस) को देशभर में सफलतापूर्वक लागू कर दिया है। दिसंबर 2024 में इस नई प्रणाली के तहत कर्मचारी पेंशन योजना, 1995 के तहत 68 लाख से अधिक पेंशनभोगियों को उनके खातों में सीधे पेंशन का भुगतान किया गया। इस प्रक्रिया में 1570 करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने पेंशन सेवाओं में एक बड़ा कदम उठाते हुए केंद्रीयकृत पेंशन भुगतान प्रणाली (सीपीपीएस) को देशभर में सफलतापूर्वक लागू कर दिया है। दिसंबर 2024 में इस नई प्रणाली के तहत कर्मचारी पेंशन योजना, 1995 के तहत 68 लाख से अधिक पेंशनभोगियों को उनके खातों में सीधे पेंशन का भुगतान किया गया। इस प्रक्रिया में 1570 करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई।
नई प्रणाली का महत्व
केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने इसे ईपीएफओ की सेवाओं को आधुनिक और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर बताया। यह पहल पेंशनभोगियों को किसी भी बैंक या शाखा से पेंशन प्राप्त करने में सक्षम बनाती है। साथ ही, पेंशनभोगियों को भौतिक सत्यापन के लिए आने-जाने की आवश्यकता को समाप्त करती है।
पायलट प्रोजेक्ट की सफलता
सीपीपीएस का पहला पायलट प्रोजेक्ट अक्टूबर 2024 में करनाल, जम्मू और श्रीनगर के क्षेत्रीय कार्यालयों में शुरू किया गया था, जिसमें 49,000 से अधिक पेंशनभोगियों को 11 करोड़ रुपये की पेंशन वितरित की गई। नवंबर 2024 में दूसरा पायलट 24 क्षेत्रीय कार्यालयों में हुआ, जिसमें 9.3 लाख पेंशनभोगियों को 213 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया गया।
सुविधाजनक और सरल प्रक्रिया
इस नई प्रणाली के तहत पेंशन शुरू होने के समय पेंशनभोगी को बैंक जाने की आवश्यकता नहीं होती। पेंशन सीधे उनके खाते में जमा हो जाती है। जनवरी 2025 से यह प्रणाली पूरे देश में लागू हो जाएगी, जिससे पेंशनभोगियों को पेंशन भुगतान आदेश (पीपीओ) स्थानांतरित कराने की आवश्यकता नहीं होगी, चाहे वे किसी भी स्थान पर रहें या अपना बैंक बदलें।
भविष्य में लाभ
यह प्रणाली उन पेंशनभोगियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी, जो रिटायरमेंट के बाद अपने गृहनगर में बस जाते हैं। इससे पेंशन वितरण में पारदर्शिता और सुविधा सुनिश्चित होगी और ईपीएफओ सेवाओं को नया मानदंड स्थापित करने में मदद मिलेगी।
Leave a Reply