आस्ट्रेलिया से हुआ व्यापार समझौता, अब ब्रिटेन और कनाडा से व्यापरिक समझौते को लेकर आसानी होगी: पीयूष गोयल

आस्ट्रेलिया के साथ व्यापार समझौता करने से भारत को अब कनाडा और ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौता को जल्दी अंजाम देने में मदद मिलेगी। इसकी मुख्य वजह है कि आस्ट्रेलिया, भारत, ब्रिटेन और कनाडा सभी राष्ट्रमंडल देश हैं और इन सभी जगहों पर लोकतंत्र का राज है तथा सभी देश के लोग एक मानसिकता वाले हैं। आर्थिक मोर्चे पर इन चारों देश की अलग-अलग खासियत होने से भी भारत की व्यापारिक समृद्धि में बढ़ोतरी होगी।

piyush goyal

आस्ट्रेलिया के साथ व्यापार समझौता करने से भारत को अब कनाडा और ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौता को जल्दी अंजाम देने में मदद मिलेगी। इसकी मुख्य वजह है कि आस्ट्रेलिया, भारत, ब्रिटेन और कनाडा सभी राष्ट्रमंडल देश हैं और इन सभी जगहों पर लोकतंत्र का राज है तथा सभी देश के लोग एक मानसिकता वाले हैं। आर्थिक मोर्चे पर इन चारों देश की अलग-अलग खासियत होने से भी भारत की व्यापारिक समृद्धि में बढ़ोतरी होगी।

बुधवार को आस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में दोनों देशों के व्यापारिक मंडल के संबोधन के बाद भारत के वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत ब्रिटेन और कनाडा के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा है तथा आस्ट्रेलिया के साथ समझौता होने से निश्चित रूप से ब्रिटेन और कनाडा के साथ व्यापार समझौते में आसानी होगी। आस्ट्रेलिया एक विकसित देश है और राष्ट्रमंडल का सदस्य देश भी है।

उन्होंने बताया कि आस्ट्रेलिया सर्विस सेक्टर में अग्रणी है और यहां विभिन्न प्रकार के ऊर्जा के स्त्रोत उपलब्ध है। ब्रिटेन मैन्यूफैरक्चरिंग का केंद्र है तो कनाडा में विभिन्न प्रकार के खनिज पदार्थ के साथ गैस है। कनाडा एक बड़ा बाजार भी है। इसलिए इन देशों के साथ व्यापारिक समझौते से भारत के निर्यात कारोबार में बड़ी बढ़ोतरी हो सकती है और भारत के मेक इन इंडिया कार्यक्रम को भी मजबूती मिलेगी। आस्ट्रेलिया भारत के फूड प्रोसेसिंग से लेकर कई अन्य सेक्टर के मैन्यूफैक्चरिंग में निवेश कर सकता है, जिससे भारत को उत्तम टेक्नोलॉजी हासिल होगी और इससे भी मेक इंडिया कार्यक्रम को मदद मिलेगी। भारतीय श्रम का कौशल विकास भी होगा।

इस मौके पर आस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्री डेन टेहन ने कहा कि भारत आस्ट्रेलिया के इस समझौते से प्रशांत महासागर वाले क्षेत्र में लोकतंत्र का राज होगा और इस क्षेत्र में भू-राजनीति (जियो पॉलिटिकल) का सकारात्मक असर होगा। जानकारों के मुताबिक, आस्ट्रेलिया के साथ व्यापारिक समझौते से अब न्यूजीलैंड व अन्य आसपास के देश विश्व व्यापार संगठन से लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत के साथ दिखेंगे। हालांकि, जानकर यह भी कह रहे हैं कि कारोबार के क्षेत्र में भारत-आस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन का एक अलग गठजोड़ बन सकता है जो वैश्विक सप्लाई चेन को नया विकल्प देने के साथ भारत के व्यापार को भी मजबूती देगा।

संबोधन के बाद टेहन और गोयल ने की पूजा

मेलबर्न में दोनों देशों के व्यापार मंडल को संबोधित करने के बाद पीयूष गोयल और टेहन, दोनों ही मेलबर्न स्थित शिव-विष्णु मंदिर गए। टेहन ने गोयल के साथ पूजा-अर्चना की, जहां बड़ी संख्या में भारतीय मौजूद थे। टेहन ने इस मौके पर भारतीय संस्कृति की भी सराहना की।