दिल्ली में कैसे एक कार चालाने वाला बना चोर, महंगी गाड़ियां होती थी निशाने पर

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली-एनसीआर में महंगी गाडियों को चुराकर असम और मणिपुर बेचने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मामले में गिरोह के एक सदस्य को असम से गिरफ्तार किया है। आरोपित असम के लखीमपुर जिले के इस्लामपुर गांव निवासी मोतीउर रहमान उर्फ मोती पर आठ मामले दर्ज हैं। इसकी निशानदेही पर चोरी की 10 महंगी कारें बरामद की गई हैं। आरोपित चोरी की गाडियों को खरीदता भी था।

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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली-एनसीआर में महंगी गाडियों को चुराकर असम और मणिपुर बेचने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मामले में गिरोह के एक सदस्य को असम से गिरफ्तार किया है। आरोपित असम के लखीमपुर जिले के इस्लामपुर गांव निवासी मोतीउर रहमान उर्फ मोती पर आठ मामले दर्ज हैं। इसकी निशानदेही पर चोरी की 10 महंगी कारें बरामद की गई हैं। आरोपित चोरी की गाडियों को खरीदता भी था।

क्राइम ब्रांच की उपायुक्त मोनिका भारद्वाज के मुताबिक, पिछले साल नौ नवंबर को चोरी की ब्रेजा कार के साथ अकबर अली को पकड़ा गया था। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसने हौजखास से भी बलेनो कार चोरी की और उसे असम में मोतीउर रहमान को बेच दिया। इसकी निशानदेही पर बलेनो कार मोतीउर रहमान के घर से बरामद की थी लेकिन उस वक्त आरोपित पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका। वह फरार चल रहा था। पुलिस टीम लगातार उसे पकड़ने के लिए निगरानी कर रही थी। रविवार को सूचना के आधार पर आरोपित को असम के दीमापुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ में आरोपित ने बताया कि करीब दो महीने पहले उसने पीतमपुरा इलाके से चोरी की एक कार रवि उर्फ भूप सिंह नाम के एक चोर से खरीदी थी। बाद में वही कार नागालैंड में बेच दिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर चोरी की 10 महंगी कारें बरामद की है। पुलिस की जांच में पता चला है आरोपित के पास से बरामद कारों में से अधिकतर दिल्ली से चोरी की गई थी। यह गिरोह बनाकर कर काम करता था। आरोपित बीस साल पहले कार चालक का काम करता था। फिलहाल पुलिस आरोपित से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।