इस सोम प्रदोष व्रत पर कीजिए भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व है. प्रत्येक महीने के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. जुलाई महीने का दूसरा प्रदोष व्रत 11 तारीख को यानी आज है. यह प्रदोष व्रत सोमवार को पड़ रहा है. ऐसे में इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जा रहा है. प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव सहित मां पार्वती की पूजा होती है. भक्त इस दिन प्रदोष काल में भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने के साथ-साथ भजन भी करते हैं. प्रदोष व्रत के दिन शिवजी और मां पार्वती का भजन करना अच्छा माना गया है. 

shiv parvati fast
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व है. प्रत्येक महीने के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है.

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व है. प्रत्येक महीने के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. जुलाई महीने का दूसरा प्रदोष व्रत 11 तारीख को यानी आज है. यह प्रदोष व्रत सोमवार को पड़ रहा है. ऐसे में इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जा रहा है. प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव सहित मां पार्वती की पूजा होती है. भक्त इस दिन प्रदोष काल में भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने के साथ-साथ भजन भी करते हैं. प्रदोष व्रत के दिन शिवजी और मां पार्वती का भजन करना अच्छा माना गया है. 

शिव भजन

तेरी ऊँची है शान मेरी बिगड़ी तू जान

 तूँ ही है इस जग का विधाता

 सुन मेरी ये बात बाबा ओ भोलेनाथ

 तू ही पिता ओर तूँ ही मेरी माता..

ओ भोलेनाथ ओ शम्भूनाथ

 मेरे सर पे तेरा हाथ जेसे गौरा तेरे साथ

 भोले की जय जय शिव जी की जय जय

 पार्वती पती शिव जी की जय जय..

हिमालय की वादियों मे डेरा तेरा डेरा तेरा

 तू हे मेरा बाबा मैं हूँ बालक तेरा

 अरे तू है मेरा बाबा मैं हूँ बालक तेरा

 तेरे डमरु की जय जय त्रीशूल कि जय जय

 तेरे ऊँचे ऊँचे कैलाशो की जय जय

 भोले की जय जय शिव जी की जय जय

 पार्वती पती शिव जी की जय जय..

जपता हूँ तेरा नाम ओं भोले सुबह शाम

 ओर जपूँ माला तेरी ओं बाबा तेरी

 तुने डुबती नैया पार लगा दी मेरी तुने मेरी

 तेरे चंदा की जय जय सूरज की जय जय

 तेरे काले काले सर्पों की जय जय

 भोले की जय जय शिव जी की जय जय

 पार्वती पती शिव जी की जय जय..

मां पार्वती भजन

पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

 पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

 जो मै होती गंगा जैसी, जो मै होती गंगा जैसी

 जटा में जाय समाती, पती तो तेरा सबसे निराला है

पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

 पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

जो मै होती चंदा जैसी, जो मै होती चंदा जैसी

 माथे पे जाय समाती, पति तो तेरा सबसे निराला है

पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

 पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

जो मै होती नागों जैसी, जो मै होती नागों जैसी

 गले में जाय समाती, पति तो तेरा सबसे निराला है

पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

 पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

जो मै होती डमरू जैसी, जो मै होती डमरू जैसी

 हाथों में जाय समाती, पति तो तेरा सबसे निराला है

पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

 पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

जो मै होती गौरा जैसी, जो मै होती गौरा जैसी

 बगल में जाय समाती, पति तो तेरा सबसे निराला है

पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

 पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

जो मैं होती गणपति जैसी, जो मैं होती गणपति जैसी

 गोदी में जाय समाती, पति तो तेरा सबसे निराला है

पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

 पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

जो मै होती नंदी जैसी, जो मै होती नंदी जैसी

 चरणों में जाय समाती, पति तो तेरा सबसे निराला है

पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है

 पार्वती तेरा भोला, जगत में सबसे निराला है