सिर्फ खांसी और जुकाम ही नहीं, वायु प्रदूषण कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है

वायु प्रदूषण आज के दौर की एक गंभीर समस्या बन गई है। यह न केवल खांसी और जुकाम जैसी साधारण बीमारियों का कारण है, बल्कि कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को भी जन्म देता है। आइए जानते हैं वायु प्रदूषण से होने वाली प्रमुख बीमारियों और बचाव के उपायों के बारे में।  

air pollution

वायु प्रदूषण आज के दौर की एक गंभीर समस्या बन गई है। यह न केवल खांसी और जुकाम जैसी साधारण बीमारियों का कारण है, बल्कि कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को भी जन्म देता है। आइए जानते हैं वायु प्रदूषण से होने वाली प्रमुख बीमारियों और बचाव के उपायों के बारे में।  

वायु प्रदूषण से होने वाली गंभीर बीमारियां  

1. फेफड़ों की बीमारियां:  

   प्रदूषित हवा सीधे फेफड़ों को प्रभावित करती है। इससे अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) और फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। प्रदूषण के कण फेफड़ों में जाकर सूजन और नुकसान पहुंचाते हैं।  

2. दिल की बीमारियां:  

   वायु प्रदूषण हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्लड वेसल्स की कठोरता (एथिरोस्क्लेरोसिस) जैसी बीमारियों को बढ़ावा देता है। प्रदूषित कण ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाते हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ाते हैं।  

3. कैंसर:  

   लंबे समय तक प्रदूषित हवा के संपर्क में रहने से फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, ब्लैडर और ब्लड कैंसर का खतरा भी हो सकता है।  

4. नर्वस सिस्टम पर असर:  

   वायु प्रदूषण दिमाग की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है और डिमेंशिया व पार्किंसन जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।  

5. इनफर्टिलिटी:  

   प्रदूषित हवा का असर प्रजनन क्षमता पर भी पड़ता है। इससे गर्भधारण में समस्या या गर्भपात जैसी स्थितियां हो सकती हैं।  

6. गर्भावस्था के दौरान नुकसान:  

   गर्भवती महिलाओं के लिए वायु प्रदूषण समय से पहले बच्चे के जन्म, कम वजन और शिशु मृत्यु जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।  

7. बच्चों के विकास में बाधा:  

   बढ़ते बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर वायु प्रदूषण का नकारात्मक असर पड़ सकता है।  

वायु प्रदूषण से बचाव के उपाय  

- **एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें**: घर की हवा को शुद्ध रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।  

- **मास्क पहनें**: घर से बाहर निकलते समय हमेशा मास्क लगाएं।  

- **धूम्रपान से बचें**: स्मोकिंग से घर के अंदर भी प्रदूषण बढ़ता है, इसे रोकें।  

- **अगरबत्ती और मोमबत्ती से बचें**: घर के अंदर अगरबत्ती और सेंटेड कैंडल जलाने से बचें।