मच्छर और मक्खी के काटने से फैलने वाला ओरोपूश बुखार ब्राजील में दो लोगों की मौत का कारण बना

बरसात के दिनों में मच्छरों से होने वाली बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ जाते हैं। इस समय दुनियाभर में मच्छरों से फैलने वाली कई बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं, जैसे डेंगू और वेस्ट नाइल वायरस। हाल ही में ब्राजील में ओरोपूश बुखार (Oropouche fever) से दो युवतियों की मौत की खबर आई है। यह मच्छरों से होने वाली एक कम ज्ञात बीमारी है, और इससे होने वाली मौत का यह पहला मामला है। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की है। ओरोपूश वायरस छोटी मक्खियों (midges) के काटने से फैलता है, हालांकि यह मच्छरों के माध्यम से भी फैल सकता है।

mosquito diseases

बरसात के दिनों में मच्छरों से होने वाली बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ जाते हैं। इस समय दुनियाभर में मच्छरों से फैलने वाली कई बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं, जैसे डेंगू और वेस्ट नाइल वायरस। हाल ही में ब्राजील में ओरोपूश बुखार (Oropouche fever) से दो युवतियों की मौत की खबर आई है। यह मच्छरों से होने वाली एक कम ज्ञात बीमारी है, और इससे होने वाली मौत का यह पहला मामला है। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की है। ओरोपूश वायरस छोटी मक्खियों (midges) के काटने से फैलता है, हालांकि यह मच्छरों के माध्यम से भी फैल सकता है।

मैरिंगों एशिया हॉस्पिटल, गुरुग्राम में इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर मोहन कुमार सिंह से जानते हैं कि यह बीमारी क्या है।

ओरोपूश वायरस क्या है?

डॉक्टर बताते हैं कि ओरोपूश वायरस (OROV) पेरिबुन्याविरिडे परिवार के ऑर्थोबुन्यावायरस जीनस का सदस्य है। यह मुख्य रूप से संक्रमित मिजेस (midges) के काटने से इंसानों में फैलता है, खासकर क्यूलिकोइड्स पैराएन्सिस से। इसके अलावा यह क्यूलेक्स और एनोफिलिस प्रजाति के मच्छरों में भी पाया जाता है, हालांकि उनसे इसके फैलने की संभावना कम होती है।

ओरोपूश बुखार के लक्षण

OROV संक्रमण के लक्षण (Oropouche Fever Symptoms) आमतौर पर 4 से 8 दिनों के बाद नजर आते हैं। यह बीमारी अक्सर एक्यूट और सेल्फ-लिमिटिंग होती है, लेकिन काफी कमजोर करने वाली हो सकती है। इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:

- चक्कर आना

- गंभीर सिरदर्द

- जोड़ों का दर्द

- मांसपेशियों में दर्द

- कंपकंपी और ठंड लगना

- अचानक तेज बुखार आना

- रोशनी के प्रति संवेदनशीलता

- कुछ मामलों में, मैकुलोपापुलर दाने

- मतली और उल्टी जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण

कॉम्प्लीकेशन्स

ज्यादातर मरीज एक हफ्ते के अंदर पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं, लेकिन थकान और कमजोरी कई हफ्तों तक बनी रह सकती है। गंभीर परिणाम दुर्लभ होते हैं, लेकिन इसमें मेनिंगोएन्सेफलाइटिस हो सकता है, खासकर कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों में।

ओरोपूश फीवर का इलाज

ओरोपूश वायरस से होने वाले संक्रमण के लिए कोई खास एंटी-वायरल इलाज नहीं है। इस बीमारी को मैनेज करने और लक्षणों को कम करने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं:

- आराम: शरीर को ठीक होने में मदद के लिए पर्याप्त आराम करना।

- हाइड्रेटेड रहना: बहुत सारे तरल पदार्थ पिएं, खासकर अगर बुखार और पसीना आ रहा हो।

- दवाई: बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द को कम करने के लिए एसिटामिनोफेन या इबुप्रोफेन जैसी दवाओं का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, किसी भी दवा को लेने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

- लक्षणों पर ध्यान दें: अगर लक्षण बिगड़ते हैं या गंभीर जटिलताओं जैसे इल्यूजन, दौरे या गंभीर सिरदर्द दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

ओरोपूश बुखार से बचाव

ओरोपूश वायरस से बचने के लिए वायरस फैलाने वाले वैक्टरों के संपर्क को कम करना जरूरी है। इसके लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

- मच्छरों को बढ़ने से रोकने के लिए कीटनाशकों का उपयोग, रुके हुए पानी को हटाना और लार्विसाइड्स का इस्तेमाल।

- मच्छरों के काटने से बचने के लिए त्वचा पर DEET, पिकारिडिन या अन्य प्रभावी मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल।

- लंबी बाजू वाली शर्ट, लंबी पैंट और मोजे पहनना ताकि त्वचा कवर रहे।

- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग, खासकर उन क्षेत्रों में जहां OROV का खतरा ज्यादा है।

- घर के आसपास सफाई रखना, जैसे रुके हुए पानी को हटाना और कूड़े-कबाड़ को हटाना।