इस मानसून में बच्चों की सेहत का रखें ख़ास ध्यान, बार-बार बीमार पड़ने से बचाव के लिए इन ख़ास बातों का रखें विशेष ध्यान

मौसम में बदलाव के साथ ही छोटे बच्चों में सर्दी-जुकाम और बुखार के लक्षण आम बात हैं. पांच साल से कम उम्र के बच्चों की इम्यूनिटी वयस्कों के मुकाबले कमजोर होती है, ऐसे में वे जल्द किसी संक्रमण के शिकार हो सकते हैं. बारिश के दिनों में बीमारियों और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में बच्चे बार-बार बीमार पड़ते हैं. दीवारों, फर्श और हवा में मौजूद बैक्टीरिया इस मौसम में बच्चों को बीमार बनाते हैं. साथ ही बारिश में डेंगू और मलेरिया फैलाने वाले मच्छर भी पनपते हैं, जिनसे बच्चों को बचाना जरूरी होता है. यहां हम आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिनसे आप बारिश के दिनों में अपने बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं और उन्हें बार-बार बीमार पड़ने से बचा सकते हैबच्चों को बार-बार बीमार पड़ने से कैसे बचाएं

child save from fever
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पांच साल से कम उम्र के बच्चों की इम्यूनिटी वयस्कों के मुकाबले कमजोर होती है.

मौसम में बदलाव के साथ ही छोटे बच्चों में सर्दी-जुकाम और बुखार के लक्षण आम बात हैं. पांच साल से कम उम्र के बच्चों की इम्यूनिटी वयस्कों के मुकाबले कमजोर होती है, ऐसे में वे जल्द किसी संक्रमण के शिकार हो सकते हैं. बारिश के दिनों में बीमारियों और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में बच्चे बार-बार बीमार पड़ते हैं. दीवारों, फर्श और हवा में मौजूद बैक्टीरिया इस मौसम में बच्चों को बीमार बनाते हैं. साथ ही बारिश में डेंगू और मलेरिया फैलाने वाले मच्छर भी पनपते हैं, जिनसे बच्चों को बचाना जरूरी होता है. यहां हम आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिनसे आप बारिश के दिनों में अपने बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं और उन्हें बार-बार बीमार पड़ने से बचा सकते हैबच्चों को बार-बार बीमार पड़ने से कैसे बचाएं

1) खाने-पीने का रखें ध्यान

बारिश के दिनों में बच्चों को हेल्दी डाइट देना भी जरूरी है. बच्चों को बाहर का खाना ज्यादा न खाने दें. बच्चे जो खाना पसंद करते हैं उन्हें घर पर ही बनाएं. हमेशा ताजा खाना ही बच्चों को सर्व करें. अधिक मसाला या ऑयली फूड देने की बजाय हेल्दी फूड देने पर जोर दें.

2) कपड़ों का रखें ख्याल

 अपने बच्चे को कॉटन के ढीले-ढाले कपड़े पहनाएं, लेकिन बाहर जाते वक्त इस बात का भी ध्यान रखना है कि उनका शरीर ढका हो, ताकि मच्छरों से बचा जा सके. कपड़े पहनाने से पहले स्किन को अच्छे से सुखा लें, क्योंकि अक्सर गीली स्किन पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और स्किन पर फंगल इंफेक्शन होने का डर होता है.

3) हाइजीन का रखें ध्यान

बारिश के दिनों में बाहर जगह-जगह कीचड़ जमा हो जाता है. बारिश से जमीं गंदगी में तरह-तरह के बैक्टीरिया और फंगस होते हैं. ऐसे में आप बच्चों को लेकर हाइजीन का खास ख्याल रखें. बच्चे जब भी खेल कर आएं उनका हाथ-मुंह और शरीर के खुले हिस्सों को अच्छे से धोएं. जरूरत हो तो कपड़े भी बदलें.

4) मच्छरदानी का इस्तेमाल करें

बच्चों को सुलाते वक्त हमेशा मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. मच्छरों से बचने का ये सबसे कारगर तरीका है. मच्छर इस मौसम में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे रोग पैदा करते हैं, इनसे बचना है तो मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करें.