जेएनयु की पूर्व छात्रा पर अब चलने वाला है मुकदमा, उपराज्यपाल ने दी अपनी स्वीकृति, भारतीय सेना को लेकर विवादित टिप्पणी का मामला;

भारतीय सेना के खिलाफ विवादित टिप्पणी के मामले में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला राशिद की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।
ताजा मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज मंगलवार को शेहला रशीद के खिलाफ मुकदमा चलाने की स्वीकृति दी है।

स्टोरी हाइलाइट्स
  • Shehla Rashid: JNU

भारतीय सेना के खिलाफ विवादित टिप्पणी के मामले में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला राशिद की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।
ताजा मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज मंगलवार को शेहला रशीद के खिलाफ मुकदमा चलाने की स्वीकृति दी है।

समाचार एजेंसी एएनआई ने एलजी कार्यालय के हवाले से बताया कि दिल्ली के एलजी ने शेहला रशीद के खिलाफ भारतीय सेना के बारे में दो ट्वीट करने के लिए मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है।
जानते हैं की पूरा मामला है क्या?
उल्लेखनीय है कि जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला राशिद अपने विवादित बयानों के चलते लगातार चर्चा में रहती हैं। उन्होंने 18 अगस्त वर्ष 2019 को भारतीय सेना को लेकर कई विवादित बयान दिए थे। शेहला ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर भारतीय सेना पर कश्मीरी लोगों पर अत्याचार करने के संगीन आरोप लगाए थे। इन ट्वीट को लेकर दिल्ली पुलिस ने शेहला के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया था। भारतीय सेना ने भी शेहला के आरोपों पर सफाई देते हुए उन्हें खारिज किया। फिलहाल यह मामला कोर्ट में है।
JNU छात्र संघ की उपाध्यक्ष रही हैं शेहला
फरवरी, 2016 में जब जेएनयू में एक कार्यक्रम के दौरान देश-विरोधी नारे लगे थे, तब शेहला राशिद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की उपाध्यक्ष थीं और कन्हैया कुमार अध्यक्ष थे। देश विरोधी नारों के आरोप में घिरे कन्हैया को जेल तक जाना पड़ा था, लेकिन शेहला बची रहीं। इस दौरान वह कन्हैया कुमार समेत विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों पर आरोप लगने को लेकर मुखर रहीं थीं। उन्होंने कई मंचों पर कन्हैया कुमार पर लगे आरोपों का खंडन किया। साथ ही विरोधी गुट के छात्र संगठन को कटघरे में खड़ा किया था।