दिल्ली ब्लास्ट: क्या आज खुलेगा दिल्ली को दहलाने की साजिश का पर्दा? FIR में अहम खुलासे, ISI एंगल पर कड़ी नजर


स्टोरी हाइलाइट्स
  • आज रिपोर्ट में खुलेगा बड़ा राज


दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-14 स्थित सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए धमाके की जांच में दिल्ली पुलिस सभी संभावित पहलुओं पर ध्यान दे रही है। एफआईआर के अनुसार, घटनास्थल से कुछ पाउडर बरामद किया गया है जिसकी जांच चल रही है। पुलिस और सीआरपीएफ के जवान दीवार में धमाके से हुए छेद का माप ले रहे हैं। जांच का मुख्य फोकस नक्सली, खालिस्तानी और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संभावित कनेक्शन पर है।


एफआईआर में सामने आई जानकारी

एफआईआर में खुलासा हुआ है कि मौके से एक संदिग्ध पाउडर मिला है, हालांकि इसके केमिकल की सटीक जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। धमाके के बाद दीवार में बने छेद की माप लेने के लिए पुणे से आई सीआरपीएफ की टीम लगी हुई है।


रिपोर्ट से आज हो सकते हैं बड़े खुलासे

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आज धमाके में इस्तेमाल किए गए केमिकल की रिपोर्ट आ सकती है, जिससे यह साफ हो पाएगा कि किस प्रकार के केमिकल का उपयोग किया गया। दिल्ली पुलिस फिलहाल नक्सली, खालिस्तानी और ISI के एंगल पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए जांच कर रही है।


संभावनाएं और आशंकाएं

सीआरपीएफ स्कूल के पास विस्फोटक रखने के पीछे नक्सली एंगल इसलिए माना जा रहा है क्योंकि हाल के वर्षों में सीआरपीएफ ने नक्सलियों के खिलाफ कई बड़े ऑपरेशनों को अंजाम दिया है। खालिस्तानी एंगल इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि हाल ही में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में एफबीआई ने रा के पूर्व अधिकारी विकास यादव को लेकर अलर्ट जारी किया था। यादव की तैनाती सीआरपीएफ में डेप्युटेशन पर थी, इसलिए खालिस्तानी आतंकी समूह एक संदेश देने की कोशिश कर सकता है। पुलिस की साइबर विंग ने टेलीग्राम को पत्र लिखकर उस आईडी की जानकारी मांगी है जिसने धमाके की जिम्मेदारी खालिस्तानी नाम से पोस्ट की थी।


स्थानीय क्षति और संदिग्ध गतिविधि

धमाके से आसपास की दुकानों को भी नुकसान हुआ है। दुकानदार देवेंद्र गोयल के अनुसार, करवाचौथ के दिन दुकान बंद रहने के बाद आज खोलने पर उन्होंने देखा कि उनके सभी शोकेस के शीशे टूट चुके हैं। इस धमाके से उन्हें भारी नुकसान हुआ है। 


पुलिस के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध सफेद टी-शर्ट पहने दिखाई दिया है। बताया जा रहा है कि विस्फोट से एक रात पहले घटनास्थल पर कुछ गतिविधियां देखी गई थीं। धमाका इतना जोरदार था कि 60 मीटर दूर की दुकानों के शीशे भी टूट गए, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा।