पिछले महीने भी खूब चला UPI का जादू, लेन-देन में दर्ज की गई तेजी, 7.7 प्रतिशत की हुई बढ़ोतरी

UPI से होने वाले लेन-देन का दायरा लगातार बढ़ रहा है। यूपीआई के माध्यम से होने वाला लेन-देन अक्टूबर में 7.7 प्रतिशत बढ़कर 730 करोड़ हो गया। अक्टूबर में कुल 12.11 लाख करोड़ रुपये से अधिक का यूपीआई ट्रांजैक्शन हुआ। सितंबर में 11.16 लाख करोड़ रुपये के 678 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन हुए।

upi payments

UPI से होने वाले लेन-देन का दायरा लगातार बढ़ रहा है। यूपीआई के माध्यम से होने वाला लेन-देन अक्टूबर में 7.7 प्रतिशत बढ़कर 730 करोड़ हो गया। अक्टूबर में कुल 12.11 लाख करोड़ रुपये से अधिक का यूपीआई ट्रांजैक्शन हुआ। सितंबर में 11.16 लाख करोड़ रुपये के 678 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन हुए।

बता दें कि भारत के पेमेंट इंफ्रास्टक्चर में यूपीआई एक क्रांति की तरह उभरा है। इससे लोगों को आसानी हुई है और डिजिटल भुगतान में सुगमता आई है। यूरोपीय देशों में भी यूपीआई के माध्यम से लेन-देन शुरू करने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं।

क्या कहते हैं NPCI के आंकड़े

मंगलवार को जारी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के मासिक आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में IMPS (तत्काल भुगतान सेवा) के माध्यम से तत्काल इंटरबैंक फंड ट्रांसफर की संख्या 48.25 करोड़ थी और इसका मूल्य 4.66 लाख करोड़ रुपये था। लेन-देन के मामले में यह सितंबर की तुलना में 4.3 फीसदी अधिक था।

टोल की लाईन ख़त्म होने से भी सफर हुआ आसान

NETC FASTag, जो देश भर में NHAI के टोल बूथों पर स्वचालित टोल संग्रह की सुविधा देता है, ने सितंबर में 28.3 करोड़ की तुलना में लेन-देन की संख्या में 9.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। अक्टूबर में फास्टैग से होने वाले लेन-देन का मूल्य 4,451.87 करोड़ रुपये रहा, जबकि सितंबर में यह 4,244.76 करोड़ रुपये था।

एईपीएस से कितना हुआ ट्रांजैक्शन

आधार कार्ड पर होने वाला एईपीएस लेन-देन अक्टूबर में बढ़कर 11.77 करोड़ हो गया, जबकि पिछले महीने यह 10.27 करोड़ था। AePS लेन-देन का मूल्य 26,665.58 करोड़ रुपये से बढ़कर 31,112.63 करोड़ रुपये हो गया।