
जावित्रि में है स्वाद के साथ सेहत का खज़ाना, आज पढ़ते हैं इसके अद्भुत फायदे
किचन में मौजूद कई मसाले ऐसे हैं जिन्हें स्वाद सेहत और सुंदरता को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. कुछ मसाले तो ऐसे हैं जिनके बिना कुछ डिश अधूरी हैं. जावित्री एक ऐसा मसाला है जो लगभग हर किचन में आपको आसानी से मिल जाएगी. आपको बता दें कि जायफल और जावित्री दोनों मायरिस्टिका फ्रैगरैंस नामक पेड़ से मिलते हैं. हालांकि, कई बार लोग जायफल और जावित्री दोनों को एक ही समझ लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. जायफल इस पेड़ का बीज होता है और इसे ढकने वाली रेशेदार परत को जावित्री कहा जाता है. दोनों का ही अलग-अलग स्वाद और उपयोग है. जावित्री का वैज्ञानिक नाम मायरिस्टिका फ्रैगरैंस और अंग्रेजी नाम मेस है. इसका कलर हल्का पीला, नारंगी या सुनहरा होता है. जावित्री में मिनरल्स, मैग्नीशियम, कैल्शियम, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर और एंटीडायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते है.

किचन में मौजूद कई मसाले ऐसे हैं जिन्हें स्वाद सेहत और सुंदरता को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. कुछ मसाले तो ऐसे हैं जिनके बिना कुछ डिश अधूरी हैं. जावित्री एक ऐसा मसाला है जो लगभग हर किचन में आपको आसानी से मिल जाएगी. आपको बता दें कि जायफल और जावित्री दोनों मायरिस्टिका फ्रैगरैंस नामक पेड़ से मिलते हैं. हालांकि, कई बार लोग जायफल और जावित्री दोनों को एक ही समझ लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. जायफल इस पेड़ का बीज होता है और इसे ढकने वाली रेशेदार परत को जावित्री कहा जाता है. दोनों का ही अलग-अलग स्वाद और उपयोग है. जावित्री का वैज्ञानिक नाम मायरिस्टिका फ्रैगरैंस और अंग्रेजी नाम मेस है. इसका कलर हल्का पीला, नारंगी या सुनहरा होता है. जावित्री में मिनरल्स, मैग्नीशियम, कैल्शियम, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर और एंटीडायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते है.
जावित्रि से होने वाले फायदे-
1. अर्थराइटिस
जावित्री में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. यह सूजन की वजह से जोड़ों में होने वाली समस्या को दूर करने में मदद कर सकती है. अर्थराइटिस के मरीजों के लिए जावित्री का सेवन फायदेमंद हो सकता है.
2. वजन बढ़ाने
दुबलेपन की समस्या से परेशान हैं और वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो जावित्री आपके लिए फायदेमंद हो सकती है. दरअसल जावित्री में जिंक होता है, जो भूख बढ़ाने में मदद कर सकता है.
3. पाचन
पाचन संबंधी समस्या में जावित्री का सेवन फायदेमंद माना जाता है. आपको बता दें कि जावित्रि में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो पाचन को बेहतर रखने, पेट गैस से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं.
4. किडनी
जावित्री मसाले को किडनी के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. ये किडनी में मौजूद पथरी को गलाने में मददगार है. पथरी के अलावा ये किडनी को कई तरह के इंफेक्शन से भी बचाने में मदद कर सकती है.
5. स्किन
स्किन को स्वस्थ रखने के लिए जावित्री का सेवन कर सकते हैं. जावित्री में मौजूद मैक्लिग्नन त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकती है.
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