मानसिक तनाव हो सकता है सेहत के लिए हानिकारक, जानिए कैसे करें इसकी पहचान

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर 10 हजार में से 2,443 व्यक्ति मानसिक समस्या से जूझ रहा है। वहीं यूनिसेफ की रिपोर्ट की मानें तो भारत में 15 से 24 साल के 7 में से एक युवा उदास रहता है। इतना ही नहीं, 21 देशों के 20 हजार बच्चों और व्यस्कों पर एक सर्वे किया गया जिसमें पाया गया कि भारत में केवल 41 प्रतिशत युवा ही मानसिक समस्याओं के लिए मदद लेने को सही मानते हैं। अब आप समझ सकते हैं कि कितने ही लोग मेंटली अनहेल्दी हैं लेकिन समाज उनके बारे में क्या सोचेगा यह सोचकर अपनी परेशानी डॉक्टर से क्या घर-परिवार वालों तक से डिस्कस नहीं करते। तो अगर आपके आसपास भी कोई ऐसा सदस्य मौजूद है जो ज्यादातर अकेले रहता है, उदास रहता है, तो इसे नजरअंदाज न करें। ये डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। आज के इस लेख में हम इसी के बारे में विस्तार से जानेंगे साथ ही बचाव के उपाय भी। 

world health mental day
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भारत में हर 10 हजार में से 2443 व्यक्ति मानसिक समस्या से जूझ रहा है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर 10 हजार में से 2,443 व्यक्ति मानसिक समस्या से जूझ रहा है। वहीं यूनिसेफ की रिपोर्ट की मानें तो भारत में 15 से 24 साल के 7 में से एक युवा उदास रहता है। इतना ही नहीं, 21 देशों के 20 हजार बच्चों और व्यस्कों पर एक सर्वे किया गया जिसमें पाया गया कि भारत में केवल 41 प्रतिशत युवा ही मानसिक समस्याओं के लिए मदद लेने को सही मानते हैं। अब आप समझ सकते हैं कि कितने ही लोग मेंटली अनहेल्दी हैं लेकिन समाज उनके बारे में क्या सोचेगा यह सोचकर अपनी परेशानी डॉक्टर से क्या घर-परिवार वालों तक से डिस्कस नहीं करते। तो अगर आपके आसपास भी कोई ऐसा सदस्य मौजूद है जो ज्यादातर अकेले रहता है, उदास रहता है, तो इसे नजरअंदाज न करें। ये डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। आज के इस लेख में हम इसी के बारे में विस्तार से जानेंगे साथ ही बचाव के उपाय भी। 

एक्सपर्टेस के मुताबिक, आमतौर पर भारतीय घरों में सगाई या शादी का टूटना, पत्नी या पति का अफेयर, पत्नी का मायके जाना, ऑफिस-कॉलेज या स्कूल में तनाव, परीक्षा या इंटरव्यू में फेल होना, प्रेमी-प्रेमिका के झगड़े, आर्थिक कठिनाइयां, माता-पिता की उम्मीदों पर खरा न उतरना, लगातार असफल होने जैसी सिचुएशन में व्यक्ति मानसिक रूप से बिल्कुल टूट जाता है। ऐसे में उन लोगों पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है। कई बार तो व्यक्ति इतना ज्यादा परेशान हो जाता है कि वो सुसाइड जैसे कदम भी उठा लेता है।

क्या है मानसिक रोगों के लक्षण?

- व्यक्ति बहुत ज्यादा या बहुत कम भोजन करने लगता है।

- ज्यादा सोने लगता है या नींद एकदम उड़ जाती है।

- लोगों से मिलना-जुलना कम करने लगता है।

- छोटी-छोटी बात पर गुस्सा या बात-बात पर भावुक हो जाता है।

- अपनी प्रिय चीज़ों को भी दूसरों को देने लगता है।

- अपनी किसी पुरानी गलती की माफी भी मांग लेता है।

डिप्रेशन से बचने के उपाय

- कोई धारणा बनाए बिना ऐसे व्यक्ति की बात शांति से सुनें।

- बात सुनकर समस्या का हल निकालने में मदद करें।

- मनोचिकित्सक से सलाह लें। व्यक्ति को अकेला न छोड़ें।

- उसे प्रेरणास्पद वीडियो दिखाएं। लोगों के किस्से सुनाएं।

- अपनी पसंदीदा चीज़ों में वक्त बिताएं।