योग प्रोडक्टिविटी बढ़ाने और स्वस्थ रहने में काफी मददगार है। इन योगासनों को अपने मॉर्निंग रूटीन का हिस्सा बनाएं

क्या आप दिनभर थकान और शरीर में अकड़न महसूस करते हैं, जिससे आपके कंधों, कमर आदि में दर्द होता है? अगर हां, तो यह जरूरी है कि आप एक हेल्दी मॉर्निंग रूटीन अपनाएं। आप सोच रहे होंगे कि इसका आपकी थकान या दर्द से क्या संबंध है, तो बता दें कि आपकी सुबह की दिनचर्या आपके पूरे दिन को प्रभावित करती है। यह आपके मूड, प्रोडक्टिविटी और सेहत तीनों पर असर डालती है।

yoga asanas

क्या आप दिनभर थकान और शरीर में अकड़न महसूस करते हैं, जिससे आपके कंधों, कमर आदि में दर्द होता है? अगर हां, तो यह जरूरी है कि आप एक हेल्दी मॉर्निंग रूटीन अपनाएं। आप सोच रहे होंगे कि इसका आपकी थकान या दर्द से क्या संबंध है, तो बता दें कि आपकी सुबह की दिनचर्या आपके पूरे दिन को प्रभावित करती है। यह आपके मूड, प्रोडक्टिविटी और सेहत तीनों पर असर डालती है।

आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताएंगे जिसे अपने मॉर्निंग रूटीन में शामिल करके आप बेहतर फोकस, अच्छा मूड, और अधिक प्रोडक्टिविटी महसूस कर सकते हैं। हम बात कर रहे हैं योग की। रोजाना सुबह योग करने से आप दिनभर एक्टिव महसूस करते हैं और आपकी सेहत भी अच्छी रहती है। अगर आप भी योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं कुछ आसान योगासन, जिन्हें सुबह के समय किया जा सकता है।

ये योगासन करने में आसान हैं और इनके फायदे भी लाजवाब हैं। अगर आपने पहले कभी योग नहीं किया है, तब भी आप इन्हें आसानी से कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे करें ये योगासन।

बालासन

सुबह इस आसन को करने से कमर और हिप्स की मांसपेशियों में लचीलापन आता है। इसके साथ ही, गर्दन और सिर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे पाचन भी सुधरता है।

कैसे करें?  

- जमीन पर चटाई बिछाकर अपने हाथों और घुटनों के बल खड़े हो जाएं।

- पैरों के अंगूठों को मिलाएं और घुटनों को दूर करें।

- हाथों को आगे की तरफ फैलाते हुए गहरी सांस लें और नीचे की ओर झुकें।

- 60 सेकंड तक इस अवस्था में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट आएं।

भुजंगासन

इस आसन से छाती, कंधे, हाथ और पेट की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। रीढ़ की हड्डी लचीली होती है और यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।

कैसे करें? 

- चटाई पर पेट के बल लेट जाएं।

- हाथों को कंधों के बराबर रखें और पैरों को भी थोड़ा दूर रखें।

- गहरी सांस लेते हुए, हाथों पर बल देकर सीने को ऊपर उठाएं और कंधों को पीछे धकेलें।

- 30 सेकंड तक इस आसन में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट आएं।

अधोमुख स्वानासन 

इस आसन से पीठ, हाथ और पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और तनाव कम करने में मदद मिलती है।

कैसे करें?  

- चटाई पर हाथों और घुटनों के बल खड़े हो जाएं।

- गहरी सांस लेते हुए घुटनों को ऊपर उठाएं और पीठ को सीधा करें।

- सिर को हाथों के बीच रखें। 30 सेकंड तक इस आसन में रहें और फिर आराम करें।

मार्जरी आसन

इस आसन से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है और बॉडी पोश्चर में सुधार होता है। साथ ही, यह पाचन को बेहतर बनाता है और तनाव कम करने में भी सहायक है।

कैसे करें?

- हाथों और घुटनों के बल जमीन पर खड़े हो जाएं।

- सांस छोड़ते हुए पीठ को ऊपर उठाएं और सिर को छाती की तरफ झुकाएं।

- सांस लेते हुए पीठ को नीचे करें और पेट को जमीन की ओर झुकाएं।

- 30 सेकंड तक इस प्रक्रिया को दोहराएं और फिर आराम करें।