आपके मुँह से जुड़ा है आपकी किडनी की सेहत का राज़, इन लक्षणों पर जल्द दीजिये अपना ध्यान

दिल की बीमारी से जुड़ी चेतावनियां और परहेज़ के बारे में हम ज़्यादा पढ़ते हैं, हालांकि, किडनी की सेहत पर भी उतना ही ध्यान देने की ज़रूरत होती है। लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर से बचे रहना भी ज़रूरी है, तभी आप किडनी की बीमारी से बच सकते हैं।

kidney diseases

दिल की बीमारी से जुड़ी चेतावनियां और परहेज़ के बारे में हम ज़्यादा पढ़ते हैं, हालांकि, किडनी की सेहत पर भी उतना ही ध्यान देने की ज़रूरत होती है। लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर से बचे रहना भी ज़रूरी है, तभी आप किडनी की बीमारी से बच सकते हैं।

किडनी से जुड़ी आम समस्याएं

किडनी की पुरानी बीमारी को सबसे ज़्यादा गंभीर समस्या माना जाता है। ऐसा तब होता है जब किडनी को लगातार नुकसान पहुंचता है और वह आपके रक्त से अपशिष्ट और तरल पदार्थ को छानने की क्षमता खो देती हैं।

किडनी की समस्याएं कितनी तरह की होती हैं?

§ फेब्री रोग

§ सिस्टिनोसिस

§ आईजीए नेफ्रोपैथी

§ लूपस नेफ्रैटिस

§ पॉलीसिस्टिक किडनी रोग

पेट से जुड़े संकेत जो बताते हैं किडनी में गड़बड़

एक्सपर्ट्स के हिसाब से मुंह की बदबू किडनी से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकती है। ऐसा शरीर में ज़्यादा यूरिया के उत्पादन से होता है। किडनी की समस्या के कारण शरीर में यूरिया जमा हो जाता है। आपके सिस्टम में अतिरिक्त यूरिया आपकी सांस और स्वाद को प्रभावित कर सकता है। अगर आपको किडनी की समस्या है, तो आपका शरीर खनिजों को बाहर निकालने की क्षमता खो देता है, जिससे मेटैलिक स्वाद और सांस की बदबू की समस्या होने लगती है।

शरीर में यूरिया बढ़ने का कारण क्या होता है?

मायो क्लीनिक के अनुसार, हाई ब्लड यूरिया नाइट्रोजन (BUN) का मतलब है कि आपकी किडनी ही तरीके से काम नहीं कर रही हैं। हालांकि, BUN के स्तर के बढ़ने के पीछे शरीर में पानी की कमी भी होती है।

शरीर में यूरिया के स्तर को कैसे कम करें?

अगर यूरिया का स्तर बढ़ गया है, तो आपको डाइट में ज़रूरी बदलाव करने चाहिए। प्रोटीन का सेवन कम करने के साथ रेड मीट, मछली, डेयरी प्रोडक्ट्स, बीन्स, नट्स और अनाज जैसे हाई प्रोटीन फूड्स से भी दूरी बनानी चाहिए। इसके लिए पानी खूब पीना चाहिए। ज़्यादा पानी पीने से पेशाब के ज़रिए शरीर से यूरिया और क्रेटीनाइन बाहर निकल जाएगा।

किडनी की समस्या के दूसरे लक्षण

मायो क्लीनिक के मुताबिक, मतली, उल्टी, मांसपेशियों में ऐंठन, भूख न लगना, पैरों और टखनों में सूजन, सूखी व खुजली वाली त्वचा, सांस लेने में तकलीफ, सोने में परेशानी, बहुत अधिक या बहुत कम पेशाब करना गुर्दे की बीमारियों के कुछ सामान्य लक्षण हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि किडनी की बीमारी का जल्दी पता लगने से किडनी फेल होने से बचने में मदद मिल सकती है।