सितंबर में बिहार और राजस्थान जाएंगे गृहमंत्री अमित शाह, गैर भाजपा शासित राज्यों में संगठन को मजबूत करना होगा मिशन

गृह मंत्री अमित शाह राजस्थान और बिहार के दौरे पर जाने वाले हैं. ये दौरा अगले महीने होने वाला है. विपक्ष के शासन वाले राजस्थान और बिहार में अपनी गतिविधियां तेज करने के मकसद से गृह मंत्री ये दौरा कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार अमित शाह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर जाएंगे. 10 से 12 सितंबर को बीजेपी के ओबीसी मोर्चे की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक जोधपुर में होने जा रही है. जिसमें अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी. इस बैठक में अमित शाह शामिल होंगे.

amit shah

गृह मंत्री अमित शाह राजस्थान और बिहार के दौरे पर जाने वाले हैं. ये दौरा अगले महीने होने वाला है. विपक्ष के शासन वाले राजस्थान और बिहार में अपनी गतिविधियां तेज करने के मकसद से गृह मंत्री ये दौरा कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार अमित शाह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर जाएंगे. 10 से 12 सितंबर को बीजेपी के ओबीसी मोर्चे की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक जोधपुर में होने जा रही है. जिसमें अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी. इस बैठक में अमित शाह शामिल होंगे.

वहीं जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से गठबंधन टूटने के बाद गृह मंत्री अमित शाह बिहार भी जाने वाले हैं. सत्ता से बेदखल होने के बाद ये उनका पहला दौरा होने वाला है. अमित शाह का ये दौरा 17 और 18 सितंबर को प्रस्तावित है. कार्यक्रम के अनुसार गृह मंत्री सीमांचल जाएंगे. पूर्णिया और किशनगंज में पार्टी और मंत्रालय से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. इतना ही नहीं 18 सितंबर को पूर्णिया में एक जनसभा को संबोधित भी करेंगे.

दौरे के दौरान जेडीयू से गठबंधन टूटने के बाद नई परिस्थितियों में बीजेपी को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी और लोकसभा चुनावों की तैयारियों पर पार्टी नेताओं से बातचीत की जाएगी.

पिछले महीने भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ने वाली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “भाजपा के सत्ता से बाहर होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहली बिहार यात्रा के लिए चुनी गई जगह से परिलक्षित होता है कि पार्टी की राजनीति सांप्रदायिक तनाव पर टिकी हुई है. हालांकि, इससे उसे कोई फायदा नहीं होने वाला है.”  पार्टी नेता कुशवाहा ने कहा कि बिहार में सांप्रदायिकता को भुनाने की भाजपा की योजना उसी तरह से नाकाम हो जाएगी, जैसे पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में हुई थी.