
शेयर बाजार में हड़कंप, सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट,ट्रंप की नीतियां जिम्मेदार या बजट का असर?
केंद्रीय बजट पेश होने के बाद पहले कारोबारी सत्र में शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली है। सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 1-1% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। आइए समझते हैं कि बाजार में इस गिरावट के पीछे क्या कारण हैं।

केंद्रीय बजट पेश होने के बाद पहले कारोबारी सत्र में शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली है। सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 1-1% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। आइए समझते हैं कि बाजार में इस गिरावट के पीछे क्या कारण हैं।
डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ वॉर और उसका असर
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव के दौरान कई देशों पर भारी टैरिफ लगाने का वादा किया था और अब उन्होंने इसे लागू करना शुरू कर दिया है। उन्होंने मेक्सिको, कनाडा और चीन से आने वाले उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की है। मेक्सिको और कनाडा से आयातित सामानों पर 25% टैरिफ लगेगा, जबकि चीन पर 10% टैरिफ लगाया जाएगा।
इस फैसले से वैश्विक स्तर पर व्यापार युद्ध (टैरिफ वॉर) की संभावना बढ़ गई है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता आ गई है। इसका असर भारत समेत दुनिया भर के शेयर बाजारों पर पड़ा है और निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई है।
भारत पर टैरिफ वॉर का प्रभाव?
अमेरिका के इस कदम का भारत की अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इस विषय पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमेरिका के टैरिफ वॉर का भारत पर सीधा प्रभाव पड़ेगा या नहीं, यह कहना अभी मुश्किल है। हालांकि, अप्रत्यक्ष रूप से भारत भी इस स्थिति से प्रभावित हो सकता है। सरकार इस पर नजर बनाए हुए है और सतर्कता बरत रही है।
एशियाई बाजारों में भी गिरावट
भारत ही नहीं, बल्कि अन्य एशियाई बाजारों में भी गिरावट देखने को मिल रही है। जापान के निक्केई इंडेक्स में 2.58% की बड़ी गिरावट आई है, जबकि दक्षिण कोरिया का KOSPI 3% से ज्यादा गिर गया है। चीन और हांगकांग के बाजारों में भी गिरावट देखी जा रही है, हालांकि यह भारत और जापान की तुलना में कम है क्योंकि वहां निवेशकों को पहले से ही टैरिफ बढ़ने की उम्मीद थी।
भारत में, सुबह 9:35 बजे तक सेंसेक्स 477 अंकों (0.62%) की गिरावट के साथ 77,028.44 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 192 अंकों (0.82%) की गिरावट के साथ 23,289.65 के स्तर पर पहुंच गया था।
बजट से भी नहीं मिला बाजार को सहारा?
बाजार को उम्मीद थी कि बजट में व्यापक सुधार होंगे, जिससे उसे त्वरित लाभ मिलेगा। हालांकि, वित्त मंत्री ने 12 लाख रुपये तक की आय को टैक्स फ्री कर मिडिल क्लास को बड़ी राहत दी है। इससे आम लोगों के पास ज्यादा पैसा बचेगा और वे अधिक खर्च कर सकेंगे, जिससे खपत बढ़ने की संभावना है।
हालांकि, इस प्रक्रिया में समय लगेगा और बाजार को निकट भविष्य में इससे कोई सीधा फायदा नहीं दिख रहा है। बजट में ऐसा कोई बड़ा ऐलान नहीं हुआ जिससे बाजार में तत्काल उछाल आए। यही वजह है कि बजट के दिन भी शेयर बाजार में ज्यादा तेजी नहीं दिखी थी और अब टैरिफ वॉर की खबरों ने गिरावट को और तेज कर दिया है।
निष्कर्ष
शेयर बाजार की मौजूदा गिरावट का मुख्य कारण अमेरिका का टैरिफ वॉर है, जिसका असर वैश्विक बाजारों पर पड़ रहा है। साथ ही, बजट में त्वरित सुधारों की कमी से भी बाजार में निराशा देखी जा रही है। सरकार इस स्थिति पर नजर बनाए हुए है, लेकिन निवेशकों को निकट भविष्य में सतर्क रहने की जरूरत है।
Comments
No Comments

Leave a Reply