दर्द निवारक दवाओं का बार-बार सेवन करना आपकी किडनी और पेट को नुकसान पहुंचा सकता है

ठंड के मौसम में अक्सर सेहत से जुड़ी परेशानियां बढ़ जाती हैं, खासकर शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द की समस्या आम हो जाती है। इसके अलावा, दिनभर की भागदौड़ और काम के तनाव के चलते सिरदर्द, कमरदर्द और बदन दर्द जैसी परेशानियां लोगों की दिनचर्या में शामिल हो जाती हैं। इनसे राहत पाने के लिए अधिकतर लोग पेनकिलर (दर्द निवारक दवाओं) का सहारा लेते हैं।  

Painkiller

ठंड के मौसम में अक्सर सेहत से जुड़ी परेशानियां बढ़ जाती हैं, खासकर शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द की समस्या आम हो जाती है। इसके अलावा, दिनभर की भागदौड़ और काम के तनाव के चलते सिरदर्द, कमरदर्द और बदन दर्द जैसी परेशानियां लोगों की दिनचर्या में शामिल हो जाती हैं। इनसे राहत पाने के लिए अधिकतर लोग पेनकिलर (दर्द निवारक दवाओं) का सहारा लेते हैं।  

पेनकिलर्स दुनियाभर में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली दवाएं हैं, लेकिन इनका जरूरत से ज्यादा सेवन शरीर के लिए गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। खासतौर पर नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं (NSAIDs) और ओपिओइड्स लंबे समय तक इस्तेमाल किए जाने पर पेट, किडनी और अन्य अंगों पर बुरा असर डाल सकती हैं। आइए जानते हैं पेनकिलर्स के प्रमुख साइड इफेक्ट्स के बारे में:  

1.पेट की समस्याएं और अल्सर का खतरा 

पेनकिलर का बार-बार सेवन करने से पेट की आंतरिक परत को नुकसान पहुंचता है, जिससे एसिडिटी बढ़ सकती है। यह स्थिति अल्सर और गैस्ट्रिक ब्लीडिंग का कारण बन सकती है।  

 2. किडनी संक्रमण और क्षति  

दर्द निवारक दवाएं किडनी के फिल्टरिंग सिस्टम को प्रभावित करती हैं, जिससे बैक्टीरिया जमा हो सकते हैं। यदि समय पर इलाज न किया जाए तो यह संक्रमण सेप्सिस जैसी गंभीर स्थिति में बदल सकता है।  

3.किडनी स्टोन का खतरा  

लगातार पेनकिलर का इस्तेमाल यूरिन में कैल्शियम लेवल बढ़ा सकता है, जिससे किडनी स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है।  

4. क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD)  

लंबे समय तक NSAIDs का उपयोग किडनी की कार्यक्षमता को कम कर सकता है। यह दवाएं शरीर में प्रोस्टाग्लैंडिंस नामक हार्मोन को रोकती हैं, जो किडनी में रक्त प्रवाह को नियंत्रित करता है।  

5. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सूजन  

पेनकिलर के अधिक उपयोग से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में सूजन आ सकती है, जिससे गैस्ट्राइटिस, मतली और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।  

6. गैस्ट्रिक कैंसर का खतरा  

लंबे समय तक पेनकिलर्स का सेवन पेट की दीवारों में बदलाव को तेज कर सकता है, जिससे गैस्ट्रिक कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।  

7. इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन  

किडनी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बनाए रखती है। पेनकिलर का अत्यधिक उपयोग इस प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है, जिससे कमजोरी, थकान और दिल की धड़कन अनियमित होने जैसे लक्षण उभर सकते हैं।