ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के अनेक अवसर मौजूद हैं, जैसे कृषि, ग्रामीण पर्यटन, हस्तशिल्प, लघु उद्योग, और शिक्षा

भारत आज एक महत्वपूर्ण बदलाव के दौर से गुजर रहा है, और इसका आर्थिक विकास अब गांवों से नई दिशा लेगा। महात्मा गांधी ने गांवों को भारत की आत्मा कहा था, और इसी दृष्टि से सरकार ग्रामीण क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सुधारने और जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए कई प्रभावशाली योजनाएं चला रही है। आने वाले दो दशकों में ग्रामीण अर्थव्यवस्था में निवेश भारत की विकास यात्रा को नया आयाम देगा और निवेशकों के लिए भी आकर्षक अवसर लेकर आएगा।  

rural development

भारत आज एक महत्वपूर्ण बदलाव के दौर से गुजर रहा है, और इसका आर्थिक विकास अब गांवों से नई दिशा लेगा। महात्मा गांधी ने गांवों को भारत की आत्मा कहा था, और इसी दृष्टि से सरकार ग्रामीण क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सुधारने और जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए कई प्रभावशाली योजनाएं चला रही है। आने वाले दो दशकों में ग्रामीण अर्थव्यवस्था में निवेश भारत की विकास यात्रा को नया आयाम देगा और निवेशकों के लिए भी आकर्षक अवसर लेकर आएगा।  

ग्रामीण विकास का आधार  

देश की लगभग 64% आबादी गांवों में निवास करती है और यह GDP में करीब 44% योगदान देती है। इस असंतुलन को दूर करने की दिशा में सरकार के ठोस प्रयास रंग ला रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में 7.2 लाख किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2.1 करोड़ घरों का निर्माण, 100% ग्रामीण विद्युतीकरण, और 73% साक्षरता दर जैसे कदमों ने ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाया है।  

बेहतर सड़क संपर्क, उच्च शिक्षा तक पहुंच, और कृषि पर निर्भरता में कमी जैसे बदलाव ग्रामीण भारत के आर्थिक परिदृश्य को बदल रहे हैं। वित्त वर्ष 1994 में जहां कृषि का योगदान ग्रामीण GVA में 56% था, वह 2022 में घटकर 40% रह गया। इसके विपरीत, मैन्युफैक्चरिंग, सेवा और निर्माण जैसे गैर-कृषि क्षेत्रों का योगदान बढ़कर 60% हो गया है। यह इंगित करता है कि कृषि से अन्य आर्थिक गतिविधियों की ओर ग्रामीण क्षेत्रों का रुझान बढ़ रहा है, जो अब भी 41.5% लोगों को रोजगार प्रदान करने के बावजूद GDP में केवल 16% हिस्सेदारी रखती है।  

नए सेक्टर्स में विकास की लहर  

ग्रामीण भारत में विकास के नए अवसरों की एक विस्तृत श्रृंखला मौजूद है। पारंपरिक उद्योगों जैसे ट्रैक्टर और उपभोक्ता वस्तुओं के बजाय अब बैंकिंग, यात्री वाहन, और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे क्षेत्रों में तेजी देखी जा रही है। ग्रामीण भारत अब तेजी से आर्थिक विकास का इंजन बनकर उभर रहा है। सरकारी योजनाओं द्वारा ग्रामीण औद्योगीकरण को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे इन इलाकों में नई संभावनाएं पैदा हो रही हैं।  

निवेश के अवसर  

इस ग्रामीण विकास के लाभ को निवेशकों तक पहुंचाने के लिए **ICICI Prudential Rural Opportunities Fund** एक अच्छा विकल्प है। यह ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम उन क्षेत्रों और कंपनियों में निवेश करती है, जो ग्रामीण भारत के विकास में योगदान दे रही हैं। यह नई फंड योजना (NFO) 9 जनवरी से 23 जनवरी, 2025 तक उपलब्ध है, और ग्रामीण विकास में भागीदारी का एक बेहतरीन मौका प्रदान करती है।  

ग्रामीण भारत का यह उभरता हुआ आर्थिक परिदृश्य न केवल देश के विकास को नई दिशा देगा बल्कि भविष्य के लिए एक मजबूत नींव भी तैयार करेगा।