PAN और PRAN कार्ड में क्या है अंतर? कहां होता है इनका इस्तेमाल, कौन कर सकता है इनका उपयोग, जानिए पूरी डिटेल

पैन कार्ड (PAN Card) और प्रेन कार्ड (PRAN Card) में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं।

pan card

पैन कार्ड (PAN Card) और प्रेन कार्ड (PRAN Card) में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं।

पैन कार्ड (PAN Card)

-पैन कार्ड भारतीय आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाता है।

-यह एक 10 अंकों का अल्फान्यूमेरिक संख्यात्मक पहचान होती है।

-सभी करदाताओं के लिए पैन कार्ड आवश्यक है और इसका उपयोग टैक्स संबंधित लेन-देन और सूचनाओं को रिकॉर्ड करने के लिए होता है।

-पैन कार्ड का उपयोग आयकर भरने, वित्तीय लेन-देन करने और विभिन्न वित्तीय लेन-देन के लिए किया जा सकता है।

प्रेन कार्ड (PRAN Card):

-प्रेन कार्ड नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) के तहत जारी किया जाता है, और यह एनपीएस में निवेश करने वालों के लिए जरूरी होता है।

-यह एक 12 अंकों का यूनिक संख्यात्मक पहचान होता है जो नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) द्वारा जारी किया जाता है।

-PRAN का उपयोग एनपीएस निवेश से संबंधित सभी लेन-देन को ट्रैक करने और पेंशन लाभ का दावा करने में किया जाता है।

-PRAN के लिए आवेदन एनएसडीएल पोर्टल पर किया जाता है, और इसके लिए आवश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।

-प्रेन कार्ड का रिकॉर्ड सेंट्रल रिकॉर्डकीपिंग एजेंसी (CRA) द्वारा बनाया और बनाए रखा जाता है।

-एक व्यक्ति केवल एक PRAN कार्ड रख सकता है।

-इन अंतरों के माध्यम से पैन कार्ड और PRAN कार्ड दो अलग-अलग उद्देश्यों के लिए उपयोग होते हैं, और इनके जारीकरण और प्रयोग में भी अंतर होता है।