शेयर बाजार में लगातार गिरावट क्यों हो रही है, इसके पीछे की मुख्य वजह क्या है?

मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स लगभग 200 अंक गिरकर 73,930 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी में भी करीब 20 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 22,430 पर कारोबार कर रहा था। शुरुआती सत्र में सेंसेक्स ने करीब 400 अंकों तक की गिरावट झेली, वहीं निफ्टी भी 100 अंक तक लुढ़क गया।

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मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स लगभग 200 अंक गिरकर 73,930 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी में भी करीब 20 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 22,430 पर कारोबार कर रहा था। शुरुआती सत्र में सेंसेक्स ने करीब 400 अंकों तक की गिरावट झेली, वहीं निफ्टी भी 100 अंक तक लुढ़क गया।

इससे पहले सोमवार को भी भारतीय शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ था। लगातार गिरते बाजार के पीछे मुख्य वजह वैश्विक बाजारों में बढ़ता तनाव बताया जा रहा है, जिसका असर आईटी सेक्टर पर साफ नजर आ रहा है।

अमेरिकी बाजार की मंदी का असर

सोमवार, 10 मार्च को अमेरिकी शेयर बाजार में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिसे साल 2022 के बाद सबसे बड़ी गिरावट माना जा रहा है। एस एंड पी 500 और नैस्डेक इंडेक्स में करीब 4 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। 

इस बिकवाली की एक बड़ी वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान रहे, जो आर्थिक मंदी पर खुलकर बोलने से बचते नजर आए। अमेरिकी बाजार में आई इस उथल-पुथल का प्रभाव भारतीय बाजार पर भी पड़ा, जिससे गिफ्टी निफ्टी में 160 अंकों तक की गिरावट आई और मंगलवार को बाजार की शुरुआत लाल निशान के साथ हुई।

आईटी स्टॉक्स में गिरावट

भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को आईटी स्टॉक्स पर दबाव बना रहा। निफ्टी आईटी इंडेक्स लगभग 1.47 फीसदी गिर गया और बड़े टेक स्टॉक्स में बिकवाली देखने को मिली।

- इन्फोसिस के शेयरों में सबसे ज्यादा 3.09 फीसदी की गिरावट आई, जिससे निफ्टी में 52.65 अंकों की कमी देखी गई।

- विप्रो के शेयर 2.21 फीसदी तक फिसले।

- Mphasis के शेयरों में 1.88 फीसदी की गिरावट हुई।

- कोफोर्ज के शेयर 1.79 फीसदी और एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज के शेयर 1.69 फीसदी तक गिर गए।

- एचसीएल टेक के शेयरों में भी 1.47 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई।

- टीसीएस ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया, जहां सिर्फ 0.10 फीसदी की गिरावट देखी गई।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वी. के. विजयकुमार ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी में अस्थिरता और आर्थिक मंदी की आशंका की वजह से अमेरिकी बाजार में उथल-पुथल हुई, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है।