डीआरडीओ का वैज्ञानिक पाकिस्तान को दे रहा था खुफिया जानकारियां, हनी ट्रैप के शिकार वैज्ञानिक को महाराष्ट्र एटीएस ने किया गिरफ्तार

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में कार्यरत एक वैज्ञानिक को महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है। वैज्ञानिक पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप लगा है। एजेंसी के मुताबिक, वैज्ञानिक पाकिस्तान को खुफिया जानकारी दे रहा था। गुरुवार को अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

स्टोरी हाइलाइट्स
  • हनीट्रैप के जाल में फंसा वैज्ञानिक

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में कार्यरत एक वैज्ञानिक को महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है। वैज्ञानिक पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप लगा है। एजेंसी के मुताबिक, वैज्ञानिक पाकिस्तान को खुफिया जानकारी दे रहा था। गुरुवार को अधिकारियों ने यह जानकारी दी।



हनीट्रैप का शिकार हुआ वैज्ञानिक
पुलिस के अनुसार, पुणे में डीआरडीओ का वैज्ञानिक कथित तौर पर ऑनड्यूटी व्हाट्सएप मैसेज, वॉयस और वीडियो कॉल के माध्यम से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (पीआईओ) के गुर्गों के साथ संपर्क था। उन्होंने कहा कि यह हनीट्रैप का मामला है।
आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा
अधिकारियों ने बयान जारी कर कहा कि एक जिम्मेदार पद पर होने के बावजूद डीआरडीओ के अधिकारी ने संवेदनशील सरकारी जानकारियों से समझौता करते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया है। ये भारत की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
केस दर्ज करते हुए जाँच आगे भी जारी
प्रमुख रक्षा अनुसंधान संस्थान में वरिष्ठ पद पर रहे आरोपी को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। महाराष्ट्र एटीएस कालाचौकी, मुंबई ने आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम 1923 और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।