Archana Dubey Murder Case,हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर सो गई सिदगोड़ा थाना की पुलिस

पूर्वी सिंहभूम जिले के जुगसलाई थाना क्षेत्र के गौशाला रोड की युवती अर्चना दुबे उर्फ नेहा दुबे की हत्या मामले की तफ्तीश दो माह बाद भी पुलिस पूरी नहीं कर पाई। सिवाय अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी के। पुत्री की हत्या के खुलासे और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उसके पिता ब्रजेश कुमार दुबे और मां चक्कर काट रहे हैं। जांच हो रही है का केवल आश्वासन मिल रहा है। गुरुवार को उसके माता- पिता एसएसपी ऑफिस पहुंचे। शिकायत दी। उसकी रिसीविंग भी नहीं दी गई। मामला समझ से परे है।

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पूर्वी सिंहभूम जिले के जुगसलाई थाना क्षेत्र के गौशाला रोड की युवती अर्चना दुबे उर्फ नेहा दुबे की हत्या मामले की तफ्तीश दो माह बाद भी पुलिस पूरी नहीं कर पाई। सिवाय अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी के। पुत्री की हत्या के खुलासे और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उसके पिता ब्रजेश कुमार दुबे और मां चक्कर काट रहे हैं। जांच हो रही है का केवल आश्वासन मिल रहा है। गुरुवार को उसके माता- पिता एसएसपी ऑफिस पहुंचे। शिकायत दी। उसकी रिसीविंग भी नहीं दी गई। मामला समझ से परे है।

सिदगोड़ा थाना की पुलिस ने युवती के परिचित एक युवक समेत तीन लोगों से विगत चार अक्टूबर को पूछताछ की थी। कुछ नहीं मिला। आगे की करवाई नहीं हुई। युवती का शव सिदगोड़ा थाना क्षेत्र सुवर्णरेखा नदी से 21 सितंबर 2021 को पुलिस ने बरामद किया था। अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी सिदगोड़ा थाना में दर्ज की गई थी। शव भी स्वजनों को नहीं मिल पाया था। वहीं युवती के लापता होने की शिकायत जुगसलाई थाना में दर्ज की गई थी। इससे पहले सिदगोड़ा थाना की पुलिस ने शव की शिनाख्त नहीं होने के कारण उसका अंतिम संस्कार करवा दिया था। मृतका के पास से उसके अर्चना नाम से एक एटीएम कार्ड बरामद किया था। उसकी मदद से ही शव की शिनाख्त अर्चना के रूप में की गई थी।

संतोष मंडल से मिलने की बात कहकर घर से निकली थी

स्वजनों ने पुलिस को बताया कि अर्चना 19 सितंबर को बागबेड़ा के युवक संतोष मंडल से मिलने की जानकारी देते हुए घर से निकली थी। इसके बाद वापस नहीं लौटी तो जुगसलाई थाना में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। सिदगोड़ा में शव बरामद हुआ, लेकिन शव किन्नर के होने की जानकारी देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया गया। नियम के अनुसार 72 घंटे बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। तीन अक्टूबर को एटीएम से अर्चना की पहचान होने पर सिदगोड़ा थाना की पुलिस ने जुगसलाई पुलिस को मामले की जानकारी दी। जुगसलाई पुलिस ने स्वजनों को मामले से अवगत कराया। स्वजनों ने कपड़े से पुत्री की पहचान की।