दिल्ली के मयूर विहार, कश्मीरी गेट सिविल लाईन्स में पानी से हाहाकार, लालकिले तक पहुंचा बाढ़ का पानी, जलस्तर ने तोड़ा 45 साल का रिकॉर्ड

राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार नया रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। दिल्ली में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली रेल ब्रिज पर आज सुबह 6 बजे जल स्तर 208.41 पर पहुंच गया था। वहीं दिल्ली के सभी निचले इलाकों में पानी भरने का सिलसिला जारी है। स्थिति को देखते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने  लोगों से घर छोड़ने की अपील की है। इस बार यमुना के जल स्तर ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों ने शिविरों और फ्लाइओवर के नीचे अपना डेरा डाल लिया है। उपराज्यपाल वी.के. सक्सैना ने बुधवार को ही बाढ़ के पानी से प्रभावित कई इलाकों में धारा -144 लागू कर दी थी। बीते 2 दिनो से दिल्ली में ज्यादा बारिश नहीं हुई है फिर पानी का स्तर लगातार बढ़ते ही जा रहा है। यह अधिकांश पानी हिमाचल और हरियाणा से आ रहा है। बाढ़ के हालात को देखते हुए ट्रैफिक में बड़े बदलाव किए गए हैं। इसके अलावा बाहरी वाहनों की आवाजाही पर आंशिक रोक लगाई गई है।

mayur vihar rain flood

राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार नया रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। दिल्ली में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली रेल ब्रिज पर आज सुबह 6 बजे जल स्तर 208.41 पर पहुंच गया था। वहीं दिल्ली के सभी निचले इलाकों में पानी भरने का सिलसिला जारी है। स्थिति को देखते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने  लोगों से घर छोड़ने की अपील की है। इस बार यमुना के जल स्तर ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों ने शिविरों और फ्लाइओवर के नीचे अपना डेरा डाल लिया है। उपराज्यपाल वी.के. सक्सैना ने बुधवार को ही बाढ़ के पानी से प्रभावित कई इलाकों में धारा -144 लागू कर दी थी। बीते 2 दिनो से दिल्ली में ज्यादा बारिश नहीं हुई है फिर पानी का स्तर लगातार बढ़ते ही जा रहा है। यह अधिकांश पानी हिमाचल और हरियाणा से आ रहा है। बाढ़ के हालात को देखते हुए ट्रैफिक में बड़े बदलाव किए गए हैं। इसके अलावा बाहरी वाहनों की आवाजाही पर आंशिक रोक लगाई गई है।

वीवीआईपी ज़ोन में भी पानी घुसा

यमुना का स्तर बढ़ने से बृहस्पतिवार को दिल्ली सचिवालय में पानी भर गया, जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडल और अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों के आवास-कार्यालय हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार, उन्हें दिल्ली सचिवालय में पानी भरने की सूचना मिली है। राजघाट से दिल्ली सचिवालय जाने वाली सड़क पर भी पानी भर गया है। अधिकारियों ने बताया कि कश्मीरी गेट और पुराना लोहे के पुल के बीच रिंग रोड पानी से भर गया है, इसलिए वहां यातायात रोक दिया गया है। सीएम ने प्रभावित इलाकों में स्कूल बंद रहने की घोषणा की। उन्होंने कहा, '' दिल्ली के जिन इलाकों में पानी भर रहा है वहां पर सभी सरकारी व निजी स्कूल बंद किए जा रहे हैं।''

निगमबोध घाट और गढ़ी मांड समेत इन इलाकों में बाढ़ का कहर

चंडीराम अखाड़ा, महात्मा गांधी मार्ग, कालीखाट मंदिर, दिल्ली सचिवालय और बाहरी रिंग रोड तक यमुना का पानी पहुंच गया है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने डीडीएमके के साथ आपात बैठक बलाई है। बताया जा रहा है कि आधी रात करीब 1000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। दिल्ली के गीता कॉलोनी, मजनू का टीला, बोट क्लब, मॉनेस्ट्री मार्केट, नीली छतरी मंदिर, पुराना रेलवे पुल, यमुना बाजार, विश्वकर्मा खड्डा कॉोलनी, गढ़ी मांडू, भैरों मार्ग और कश्मीरी गेट में बाढ़ का असर देखा जा रहा है। ट्रैफिक एडवाइजरी के मुताबिक निगम बोध घाट के आसपास भी वाहनो की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। यहां सड़क तक पानी भरा हुआ है। इसके अलावा आईटीओ में भी फ्लाइओवर के नीचे तक पानी आ गया है।

रास्ते बंद करने के साथ ट्रैफिक में बदलाव कई जगह जाम

बाढ़ के हालात देखते हुए ट्रैफिक में बड़े बदलाव किए गए हैं। नॉन डेस्टिंड कमर्शल वाहनों को दिल्ली में एंट्री नहीं दी जाएगी। इन्हें ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर डाइवर्ट किया जाएगा। इसके अलावा अन्य वाहनों को मुकरबा चौक की तरफ भेजा जा रहा है। मुकरबा चौक और वजीराबाद पुल के बीच में कमर्शल वाहन नहीं चलेंगे। कमर्शल वाहनों को सराय काले खां की तरफ भेजा जा रहा है। अनेक मार्गों पर आवाजाही बंद होने से दूसरे रास्तों पर जाम की स्थित बन गई है। बाढ़ का पानी भरने की वजह से आईटीओ की ओर का भी रास्ता बंद किया गया है। दिल्ली से आने और जाने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा आईएसबीटी कश्मीरी गेट से बस सेवा भी बाधित है। दूसरे राज्यों में जाने वाले वाहनों की आवाजाही बंद की गई है। लोगों को इसके लिए अब वेस्टर्न पेरिफेरल एक्स्प्रेस वे का रास्ता अपनाना होगा। बताया जा रहा है कि गाजियाबाद से आने वाली बसों को सीलमपुर में रोका जा रहा है। वहीं वजीराबाद से मजनू का टीला आने वाले वाहनों को मुकरबा चौक की तरफ मोड़ा जा रहा है।

45 साल का रिकॉर्ड टूटा

बताया जा रहा है कि बीते 45 साल में यमुना ने में इतना पानी नहीं आया। 1978 में 207.49 मीटर पर पानी पहुंचा था। हथिनी कुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ जा रहा है। केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि गुरुवार सुबह 10 बजे के करीब यमुना का बहाव चरम पर होगा और इसके बाद दोपहर में धीरे-धीरे कमी आनी शुरू होगी।