डॉ नीरज गुप्ता और प्रीती गुप्ता द्वारा श्री गौरी शंकर मंदिर में मूर्ति प्रतिष्ठा का गया भव्य आयोजन

उत्तर पूर्वी दिल्ली के श्री राम कॉलोनी में प्राचीन श्री गौरी शंकर मंदिर का पुनःनिर्माण किया गया| यह मंदिर प्राचीन होने के साथ-साथ लोगों की गहरी आस्था का परिचायक भी है| मंदिर बहुत ही प्राचीन होने के साथ –साथ जर्जर हालत में था| इस विशाल और प्राचीन मंदिर का पुनः निर्माण प्रसिद्ध उद्योगपति डॉ नीरज गुप्ता जी और उनकी धर्मपत्नी व समाजसेविका श्रीमती प्रीति गुप्ता जी के द्वारा किया गया है|

स्टोरी हाइलाइट्स
  • उत्तर पूर्वी दिल्ली के श्री राम कॉलोनी में प्राचीन श्री गौरी शंकर मंदिर का पुनःनिर्माण किया गया
  • इस अवसर पर वह अपने परिवारजनों और मित्रों के साथ उपस्थित रहे थे|

उत्तर पूर्वी दिल्ली के श्री राम कॉलोनी में प्राचीन श्री गौरी शंकर मंदिर का पुनःनिर्माण किया गया| यह मंदिर प्राचीन होने के साथ-साथ लोगों की गहरी आस्था का परिचायक भी है| मंदिर बहुत ही प्राचीन होने के साथ –साथ जर्जर हालत में था| इस विशाल और प्राचीन मंदिर का पुनः निर्माण प्रसिद्ध उद्योगपति डॉ नीरज गुप्ता जी और उनकी धर्मपत्नी व समाजसेविका श्रीमती प्रीति गुप्ता जी के द्वारा किया गया है|

इस विशाल मंदिर में मूर्ति प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन किया गया| इस धर्मिक कार्य को सिद्ध करने वाले डॉ नीरज गुप्ता जी अपनी धर्मपत्नी श्रीमती प्रीती गुप्ता जी के साथ मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित हुए| इस खास अवसर पर महामंडलेश्वर संत श्री नवल किशोरदास जी महाराज, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री मोहन गोयल जी, स्थानीय विधायक श्री मोहन सिंह बिष्ट जी, पूर्व चैयरमैन श्री प्रमोद गुप्ता जी, डॉ अनिल जी, महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती सारिका गुप्ता जी जैसे कई अन्य हस्तियों की उपस्थिति रही| दर्शन करने आए श्रद्धालुओं का कहना था की इस मंदिर का नवनिर्माण होना ऐसा है जैसे कोई सपना सच हो गया हो| श्रीराम कॉलोनी के निवासी तथा उपस्थित गणमान्य सदस्य इस पावन दिन के साक्षी बने| नीरज गुप्ता जी का कहना है की यह केवल एक मंदिर का नवनिर्माण ही नहीं है बल्कि यह अनेक लोगों की श्रद्धा और आस्था का भी नवनिर्माण है| नीरज गुप्ता जी स्वयं इस मंदिर के विकास कार्य पर अपनी खास नजर बनाए हुए थे|

आगे बात करते हुए नीरज गुप्ता जी ने जानकारी दी की इस सोमवार को पूर्णमा के दिन चाँदनी चौक में हवेली हैदर कुली में भी एक प्राचीन मंदिर का नवनिर्माण करवाया है| आपको बताया दें की नीरज जी का बचपन भी चाँदनी की इन्ही गलियों में खेलते हुए बीता है| इस अवसर पर वह अपने परिवारजनों और मित्रों के साथ उपस्थित रहे थे| मूर्ति प्रतिष्ठा के इस अवसर  का कहना है की इस मंदिर नवनिर्माण और मूर्ति स्थापना के अलग यदि कोई और भी कार्य हमारे लिए प्रभु की सेवा में होगा तो वह उस कार्य को भी अवश्य पूर्ण करने का पूरा प्रयास करेंगी|