साल 2025 में मकर संक्रांति का पर्व किस दिन मनाया जाएगा, जानें इसके शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्योहार उस दिन मनाया जाता है जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं, और इसे इस कारण से मकर संक्रांति कहा जाता है। 2025 में यह पर्व मंगलवार, 14 जनवरी को मनाया जाएगा।
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्योहार उस दिन मनाया जाता है जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं, और इसे इस कारण से मकर संक्रांति कहा जाता है। 2025 में यह पर्व मंगलवार, 14 जनवरी को मनाया जाएगा।
इस दिन का शुभ मुहूर्त इस प्रकार रहेगा:
- मकर संक्रांति पुण्य काल: सुबह 07:33 बजे से शाम 06:56 बजे तक
- मकर संक्रांति महा पुण्य काल: सुबह 07:33 बजे से सुबह 09:45 बजे तक
- मकर संक्रांति का क्षण: सुबह 07:33 बजे
- संक्रांति करण: बालव
- संक्रांति नक्षत्र: पुनर्वसु
मकर संक्रांति का महत्व:
हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। यह दिन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के कारण शुभ माना जाता है, और इसी दिन से सूर्य उत्तरायण होते हैं। शास्त्रों में उत्तरायण के समय को देवताओं का दिन माना गया है। इस दिन को दान, पुण्य स्नान, जप, तप और श्राद्ध कर्मों के लिए उपयुक्त तिथि माना जाता है। मकर संक्रांति के साथ ही खरमास समाप्त होता है, जिसके बाद विवाह और अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत होती है।
मकर संक्रांति के दिन ये कार्य करें:
1. मकर संक्रांति के दिन सबसे पहले गंगा या किसी अन्य पवित्र नदी में शुभ मुहूर्त में स्नान करें।
2. इसके बाद जरूरतमंदों और गरीबों में जूते, अन्न, तिल, गुड़, गरम वस्त्र, कंबल आदि का दान करें। इस से भगवान सूर्य और शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।
3. अगर नदी में स्नान करना संभव न हो, तो घर पर ही पानी में तिल और गंगाजल डालकर स्नान कर सकते हैं। इस से ग्रह दोष समाप्त होते हैं।
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