संसद शीतकालीन सत्र: 'जिन्हें जनता ने 80 बार नकारा, वो संसद का काम रोकते हैं,' पीएम मोदी का विपक्ष पर हमला
संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर से देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जिन नेताओं को जनता ने 80 बार नकारा है, वे आज संसद के काम में रुकावट डालने का प्रयास कर रहे हैं।
- पीएम मोदी: विपक्ष जनता जनार्दन की भावना का सम्मान करे
संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर से देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जिन नेताओं को जनता ने 80 बार नकारा है, वे आज संसद के काम में रुकावट डालने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, "दुर्भाग्य की बात है कि कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते संसद को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। मुट्ठी भर लोग हंगामा करके सदन की कार्यवाही को रोकने की कोशिश करते हैं, लेकिन उनका उद्देश्य सफल नहीं होता। इसके बावजूद, इन लोगों की हरकतें देखकर जनता उन्हें बार-बार नकार देती है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "आज पूरी दुनिया भारत की ओर आशा और उम्मीद की नजरों से देख रही है। ऐसे में हमें संसद का समय वैश्विक स्तर पर भारत के सम्मान को बढ़ाने में लगाना चाहिए।"
संसद का यह शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा और इसे विभिन्न दृष्टिकोणों से विशेष माना जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि इस सत्र में हमारे संविधान की यात्रा के 75 वर्षों की सफलता का उत्सव मनाया जाएगा, जो लोकतंत्र के लिए एक बहुत ही उज्जवल अवसर है।
विपक्ष पर आरोप:
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "कुछ लोग न तो काम करते हैं, न ही दूसरों को करने देते हैं। ऐसे लोग लोकतंत्र का सम्मान नहीं करते। जनता जनार्दन की भावना का सम्मान करना चाहिए।"
वहीं, संसद के सत्र के पहले दिन विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने अदाणी मामले पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा किया। विपक्ष के इस विरोध के कारण लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने अदाणी मामले पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया, जिसके बाद दोनों सदनों की कार्रवाई स्थगित कर दी गई।
संसद सत्र से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं:
- भारतीय सेना के थलसेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेन्द्र द्विवेदी संसद पहुंचे।
- वक्फ बोर्ड बिल पर विपक्ष ने जेपीसी की समय सीमा बढ़ाने की मांग की।
- विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यसभा को 27 नवंबर तक के लिए स्थगित किया गया।
इस तरह, शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद में विपक्षी हंगामे के कारण कार्यवाही में रुकावट आई, और दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
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