इजरायल-हमास युद्ध: एंटी मिसाइल ब्लड बैंक इजरायल में हुआ शुरु, युद्ध में घायल इजरायली सैनिकों के लिए जारी रहेगी सप्लाई

इजरायल-हमास युद्ध के बीच देश का नया मजबूत, भूमिगत ब्लड बैंक ने अपना काम शुरू कर दिया है। इसके कर्मचारी अपने उपकरणों को भूमिगत बंकर में ले गए और जान बचाना शुरू कर दिया। दरअसल, तेल अवीव के पास रामला में मार्कस नेशनल ब्लड सर्विसेज सेंटर का उद्घाटन था, लेकिन इसके कुछ समय पहले ही हमास और इजरायल के बीच खूनी संघर्ष शुरू हो गया।

स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूनिट रक्तदान करने के लगी होड़

इजरायल-हमास युद्ध के बीच देश का नया मजबूत, भूमिगत ब्लड बैंक ने अपना काम शुरू कर दिया है। इसके कर्मचारी अपने उपकरणों को भूमिगत बंकर में ले गए और जान बचाना शुरू कर दिया। दरअसल, तेल अवीव के पास रामला में मार्कस नेशनल ब्लड सर्विसेज सेंटर का उद्घाटन था, लेकिन इसके कुछ समय पहले ही हमास और इजरायल के बीच खूनी संघर्ष शुरू हो गया।



पहले से थी इसकी तैयारी
इसको लेक मैगन डेविड एडोम के राष्ट्रीय रक्त सेवा प्रभाग के निदेशक डॉ. इलियट शिनार ने कहा, "यह साफ हो गया है कि जिस क्षण के लिए हमने इस संस्था को शुरू किया था, वह पल आ गया है।" शाइनर ने कहा कि हमास के हमलों के बाद के दिनों में केंद्र ने हजारों यूनिट रक्त उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा, "हमने उनकी जरूरत की हर चीज मुहैया कराने के लिए बहुत मेहनत की। हमारे कई लोग घायल हुए थे और हमें उनका इलाज करना था।"

 ब्लड बैंक को बनाया जा सकता है निशाना
केंद्र ने कहा कि पिछला ब्लड बैंक, जो 1980 में बनाया गया था, वह युद्ध के समय देश की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं था। 2014 में हमास के खिलाफ इजरायल के तीसरे युद्ध के बाद, जब रॉकेट तेल अवीव और अन्य प्रमुख शहरों तक पहुंचे, तो अधिक संरक्षित सुविधा बनाने की आवश्यकता के बारे में चर्चा शुरू हुई। अमेरिकन फ्रेंड्स ऑफ मैगन डेविड एडोम के प्रोजेक्ट इंजीनियर और इजरायल में प्रतिनिधि मोशे नोयोविच ने कहा, "रॉकेट केंद्र के करीब उड़ रहे थे, ऐसे में केंद्र में किसी भी अन्य जगह को निशाना बनाया जा सकता है।"
इससे पहले, हर बार जब इजरायल में रॉकेट दागे जाते थे, तो टीम को काम जारी रखने के लिए उपकरण को बंकर में ले जाना पड़ता था। उन्होंने कहा, "अब वे निर्बाध रूप से काम कर सकते हैं। नया स्टील और कंक्रीट भवन इजरायल के सभी दान किए गए रक्त को संरक्षित करता है। इस भवन में एक परिवहन केंद्र, एक आणविक प्रयोगशाला, एक एयर- फिल्टर सिस्टम है, जो कर्मचारियों को रासायनिक या जैविक युद्ध की स्थिति में भी काम करना जारी रखने में मदद करता है और एक सुरक्षित कमरा है, जो गंभीर मिसाइल खतरे से सुरक्षा प्रदान करता है।

यूनिट रक्तदान करने के लगी होड़
इजराइल ने गाजा में हमास को खत्म करने की कसम खाई है। जैसे-जैसे इजरायली सैनिक गाजा पट्टी में आगे बढ़ रहे हैं, केंद्र हताहतों की संख्या में संभावित वृद्धि की तैयारी कर रहा है, जिन्हें रक्त चढ़ाने की आवश्यकता हो सकती है। युद्ध शुरू होने के बाद से हज़ारों लोग रक्तदान करने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहे हैं। अक्टूबर की शुरुआत में, केंद्र को एक दिन में 5,000 यूनिट रक्तदान हुआ है।

एक बार रक्तदान करने के बाद, इसे अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया जाता है और युद्ध के मैदान में घायल सैनिकों के इलाज के लिए सीधे इजरायली सेना को दिया जाता है। डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के चिकित्सा समन्वयक गुइलेमेट थॉमस ने कहा, "युद्ध के दौरान, रक्त पुनर्जीवन प्रक्रिया का हिस्सा है और एक स्टॉक होना चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत रक्त दिया जा सके।"