बीएसई ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है, जिसमें उनकी बाजार मानकरण की मानदंड (बीएसई एम-कैप) 400 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गई है

सोमवार को शेयर बाजार (शेयर मार्केट रिकॉर्ड) ने अपने नाम एक नया रिकॉर्ड कर लिया है। आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (बीएसई एम-कैप) 400 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है।

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सोमवार को शेयर बाजार (शेयर मार्केट रिकॉर्ड) ने अपने नाम एक नया रिकॉर्ड कर लिया है। आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (बीएसई एम-कैप) 400 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है।

8 अप्रैल 2024 के शुरुआती कारोबार में ही बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) में तेजी के साथ कारोबार कर रहा है। आज मिडकैप (बीएसई-मिडकैप), स्मॉलकैप (बीएसई-स्मॉलकैप) इंडेक्स भी तेजी देखने को मिली है। इन इंडेक्स के एमकैप में भी तेजी आई है।

खबर लिखते वक्त बीएसई 397.46 अंक या 0.54 फीसदी की तेजी के साथ 74,645.68 अंक पर कारोबार कर रहा था। बीएसई के शेयर में से 1,979 बढ़त के साथ और 1,709 लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं।

कब-कब बनाया बीएसई ने रिकॉर्ड

मार्च 2014 में बीएसई की लिस्टिड कंपनियों का एम-कैप पहली बार 100 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा था।

इसके बाद फरवरी 2021 में बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन 200 लाख करोड़ रुपये हो गया था।

जुलाई 2023 में बीएसई की लिस्टिड कंपनियों का बाजार मूल्यांकन 300 करोड़ रुपये हो गया।

अब 9 महीने के बाद बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का एम-कैप 400 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है।

क्या है इस तेजी की वजह

बीएसई में लिस्टिड कंपनियों के एम-कैप में 57 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है। बाजार में इस ग्रोथ की वजह इंडिकेटर्स, मजबूत कॉरपोरेट अर्निंग्स, निवेशकों के पॉजिटिव सेंटीमेंट है। इसके अलावा घरेलू और विदेशी इनफ्लो की वजह से भी शेयर बाजार में तेजी आई है।

पिछले एक साल में मिडकैप इंडेक्स में 60 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। वहीं, स्मॉलकैप इंडेक्स में 64 फीसदी की तेजी आई है। सेंसेक्स में भी 28.6 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।

अगर सेक्टर में देखें तो सबसे ज्यादा तेजी रियल एस्टेट, बैंक, ऑटो, एनर्जी, इंफ्रा और फार्मा सेक्टर में आई है।