
अजित पवार और श्रीनिवास पवार आये आमने सामने, अपने चाचा शरद पवार के लिए बड़े भाई को ही सुनाई खरी-खरी
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी दो हिस्सों में बंटने के बाद चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार के बीच जुबानी जंग चलती रहती है। हालांकि, इस बार चाचा-भतीजे के सियासी युद्ध में अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार ने उनके ही खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी दो हिस्सों में बंटने के बाद चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार के बीच जुबानी जंग चलती रहती है। हालांकि, इस बार चाचा-भतीजे के सियासी युद्ध में अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार ने उनके ही खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें देखा जा सकता है कि श्रीनिवास बारामती के पास कटेवाड़ी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। श्रीनिवास ने अपने भाई के लिए अजित पवार को नालायक मानूस (अयोग्य व्यक्ति) जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। शरद पवार ने अजित पवार को चार बार उप मुख्यमंत्री बनाया। ऐसे परोपकारी बुजुर्ग के बारे में बुरा बोलना किसी के लिए भी अनुचित है।
श्रीनिवास पवार खड़े हुए शरद पवार से साथ
श्रीनिवास ने आगे कहा कि शरद पवार ने अजित पवार को चार बार उप मुख्यमंत्री बनाया लेकिन, अजित पवार पूछते रहे कि चाचा शरद पवार ने उनके लिए क्या किया है। श्रीनिवास पवार ने आगे कहा,"किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि कोई व्यक्ति बूढ़ा होने की वजह से कमजोर है।
भतीजे ने चाचा की तारीफ के बांधे पुल
कुछ दिनों पहले अजित पवार ने कहा था कि शरद पवार को रिटायर होकर घर पर बैठ जाने चाहिए। अजित पवार की इस टिप्पणी पर उनके भाई ने कहा कि ऐसे व्यक्ति (शरद पवार) को संन्यास लेने और उनके घर पर रहने के लिए कहने का साहस कोई कैसे जुटा सकता है? मुझे ऐसे लोग पसंद नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने शरद पवार को मिला था झटका
शरद पवार द्वारा स्थापित राकांपा पिछले साल जुलाई में तब विभाजित हो गई थी, जब अजित पवार और उनका समर्थन करने वाले विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए थे। चुनाव आयोग ने बाद में अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी को पार्टी का नाम 'एनसीपी' और चुनाव चिह्न 'घड़ी' आवंटित किया था, जबकि शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट को अब एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के नाम से जाना जाता है और उनके संगठन का प्रतीक 'तुरही बजाता आदमी' है।
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