कैरिबियाई टीम को हल्के में लेने की नहीं की जा सकती भूल, जानिए इस क्रिकेट सीज़न में सुनील गावस्कर ने क्या कहा

पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सुनील गावस्कर का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने IPL को को  लेकर काफी बातें की और वेस्टइंडीज़ से होने वाले मुकाबले को लेकर भी अपनी बात रखी। मेगा नीलामी हाल ही में खत्म हुई। ये वनडे सीरीज से भी दिलचस्प रही जो नीलामी से एक दिन पहले ही खत्म हुई थी। इस नीलामी ने कुछ खिलाडि़यों को अचानक से करोड़पति बनाने के अलावा एक और महत्वपूर्ण काम किया और वो ये कि इससे भारत और वेस्टइंडीज के बीच होने वाली टी-20 सीरीज और उसके बाद भारत-श्रीलंका टी-20 सीरीज के लिए दिलचस्पी बढ़ गई। अब सारा फोकस उन खिलाड़ियों पर होगा जिन्हें अलग-अलग फ्रेंचाइजी ने अपने साथ जोड़ा है। फिर चाहें वे भारतीय हों, वेस्टइंडीज का या फिर कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी ही क्यों न हो। इन मुकाबलों पर निगाहें जमाकर फ्रेंचाइजी ये संकेत हासिल कर पाएंगी कि उन्होंने जिन खिलाड़ियों पर दांव लगाया है वे पैसा वसूल हैं या नहीं। इसके अलावा खुद खिलाड़ियों पर अपेक्षाओं का काफी बोझ होगा, जो इन मुकाबलों में अलग कहानी बयां कर सकता है।

स्टोरी हाइलाइट्स
  • ये वनडे सीरीज से भी दिलचस्प रही जो नीलामी से एक दिन पहले ही खत्म हुई थी।

पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सुनील गावस्कर का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने IPL को को  लेकर काफी बातें की और वेस्टइंडीज़ से होने वाले मुकाबले को लेकर भी अपनी बात रखी। मेगा नीलामी हाल ही में खत्म हुई। ये वनडे सीरीज से भी दिलचस्प रही जो नीलामी से एक दिन पहले ही खत्म हुई थी। इस नीलामी ने कुछ खिलाडि़यों को अचानक से करोड़पति बनाने के अलावा एक और महत्वपूर्ण काम किया और वो ये कि इससे भारत और वेस्टइंडीज के बीच होने वाली टी-20 सीरीज और उसके बाद भारत-श्रीलंका टी-20 सीरीज के लिए दिलचस्पी बढ़ गई। अब सारा फोकस उन खिलाड़ियों पर होगा जिन्हें अलग-अलग फ्रेंचाइजी ने अपने साथ जोड़ा है। फिर चाहें वे भारतीय हों, वेस्टइंडीज का या फिर कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी ही क्यों न हो। इन मुकाबलों पर निगाहें जमाकर फ्रेंचाइजी ये संकेत हासिल कर पाएंगी कि उन्होंने जिन खिलाड़ियों पर दांव लगाया है वे पैसा वसूल हैं या नहीं। इसके अलावा खुद खिलाड़ियों पर अपेक्षाओं का काफी बोझ होगा, जो इन मुकाबलों में अलग कहानी बयां कर सकता है।

इस बात में कोई संदेह नहीं है कि नीलामी सभी खिलाड़ियों के जीवन बदल देने वाली हकीकत है जो उनके और उनके परिवार के सुरक्षित भविष्य का दरवाजा खोलती है। इसके चलते ऐसा हो सकता है कि कुछ खिलाड़ी अपने देश के लिए खेलते हुए उतनी गंभीरता नहीं दिखाएं, विशेष रूप से तब जब आइपीएल पास हो। ऐसा चोटिल होने से बचने, आइपीएल के लिए फिट रहने और आइपीएल अनुबंध के साथ मिलने वाले फायदों से बचने के लिए किया जाता है। ऐसे में बाउंड्री के पास किसी तरह की डाइव या स्लाइड नहीं लगाई जाती या तेज थ्रो नहीं फेंके जाते क्योंकि इससे नुकसान होने का डर रहता है जिससे चलते आइपीएल से छुट्टी हो सकती है।

जो खिलाड़ी नीलामी में चूक गए उनके पास ये साबित करने का मौका होगा कि उन्हें नहीं चुने जाने का फ्रेंचाइजियों का फैसला गलत था और अब जबकि दो नई टीमें भी आइपीएल से जुड़ गई हैं तो किसी खिलाड़ी के चोटिल होने की सूरत में एक छोटा सा मौका इन खिलाड़ियों के पास भी हो सकता है। ये खिलाड़ी सीरीज में बेहद खतरनाक साबित होंगे क्योंकि वे अपनी छाप छोड़ने का इंतजार कर रहे हैं।

वनडे सीरीज में आसान जीत के बाद भारतीय टीम टी-20 सीरीज में भी जीत की दावेदार होगी, लेकिन दो बार की टी-20 विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज की टीम को हल्के में लेने की भूल नहीं की जा सकती। जब से आइपीएल की शुरुआत हुई है तब से अब तक लीग में वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने कई मैचों की किस्मत पलटकर रख दी है और भारतीय टीम इस बात को अच्छी तरह जानती होगी। ऐसे में तैयार हो जाइए एक ऐसी टक्कर के लिए जो सीरीज की आखिरी गेंद तक जा सकती है।