
इन छुट्टियों में घुमने का बना रहें हैं प्लान?, इन जगहों पर आकर भगवान के दर्शन के साथ लें घूमने और फ्री में खाने-पीने का आनंद
अगर आप बजट ट्रैवलर हैं, तो आई एम स्योर ट्रिप की प्लानिंग करते वक्त आने-जाने से लेकर होटल, फूड इन सबका एक बजट फिक्स करना होता होगा, लेकिन कई बार ये बजट कुछ एक्स्ट्रा खा लेने पर, टूरिस्ट प्लेसेज की एंट्री फीस देने और कई दूसरी वजहों से बिगड़ भी सकता है। तो अगर आप अपने घूमने के शौक को कम बजट में पूरा करना चाहते हैं, तो हम आपको आज कुछ ऐसे डेस्टिनेशन के बारे में बताएंगे, जो घूमने के लिहाज से तो अच्छी हैं ही, साथ ही यहां आप फ्री में खाने-पीने का भी मजा ले सकते हैं और काफी पैसे सेव कर सकते हैं।

अगर आप बजट ट्रैवलर हैं, तो आई एम स्योर ट्रिप की प्लानिंग करते वक्त आने-जाने से लेकर होटल, फूड इन सबका एक बजट फिक्स करना होता होगा, लेकिन कई बार ये बजट कुछ एक्स्ट्रा खा लेने पर, टूरिस्ट प्लेसेज की एंट्री फीस देने और कई दूसरी वजहों से बिगड़ भी सकता है। तो अगर आप अपने घूमने के शौक को कम बजट में पूरा करना चाहते हैं, तो हम आपको आज कुछ ऐसे डेस्टिनेशन के बारे में बताएंगे, जो घूमने के लिहाज से तो अच्छी हैं ही, साथ ही यहां आप फ्री में खाने-पीने का भी मजा ले सकते हैं और काफी पैसे सेव कर सकते हैं।
स्वर्ण मंदिर, अमृतसर
एक बहुत ही अच्छी जगह। अगर आप इतिहास और धर्म में रुचि रखते हैं, तो यहां एक्सप्लोर करने के लिए काफी कुछ है और सबसे अच्छी बात कि यहां गुरुद्वारे में आप फ्री में खाना भी खा सकते है। हर गुरुद्वारे में लंगर का आयोजन होता है।1481 में गुरु नानक द्वारा शुरू की गई इस प्रथा से आज हजारों भूखे लोग अपना पेट भर पाते हैं। गुरुद्वारे में सभी धर्म जाति के लोग एक साथ बैठ कर खाना खाते हैं। स्वर्ण मंदिर में होने वाला लंगर का आयोजन बहुत बड़ा होता है। जहां रोज़ाना करीब 50000 लोगों को खाना खिलाया जाता है। त्योहारों के मौके पर तो यह संख्या 100000 तक भी चली जाती है। यहां बैठने के लिए दो बड़े हॉल हैं जहां 5000 लोग एक बार में खाना खा सकते हैं। तो अमृतसर आप काफी कम बजट में घूम सकते हैं।
वैष्णो देवी, जम्मू और कश्मीर
श्री माता वैष्णो देवी समिति ने साल 2019 में यहां आने वाले सभी लोगों के लिए लंगर आयोजन करना शुरू किया था। तबसे लेकर अब तक यह सुविधा यहां हर व्यक्ति के लिए खुली हुई है। कटरा से 3 किलोमीटर दूर तरकोट में यह लंगर आपको बड़ी आसानी से मिल जाएगा। यहां हर रोज़ 8500 लोगों को खाना खिलाया जाता है। खाने में जम्मू का पारंपरिक खाना दाल, चावल और अंबल दिया जाता है। यह लंगर 24 घंटे खुला रहता है। आप कभी भी जा कर खाना खा सकते हैं।
तिरुपति बालाजी, आंध्र प्रदेश
दुनिया के सबसे अमीर मंदिरों में शामिल तिरुपति बालाजी में भी हर रोज़ हजारों श्रद्धालुओं के लिए खाना बनता है। यहां की रसोई का नाम अन्नदानाम रखा गया है। खास बात यह है यहां पर आपको खाना केले के पत्ते पर परोसा जाएगा जिससे खाने का स्वाद और भी बढ़ जाता है। आम तौर पर खाने में चावल, संभर और साथ में एक सब्जी या चटनी परोसी जाती है।
साईं संस्थान प्रसादालय, शिरडी
शिरडी के साईं संस्थान प्रसादालय एशिया का सबसे बड़ा प्रसादालय का। जहां के डाइनिंग हॉल में एक बार में 5500 लोग एक साथ बैठकर खाना खा सकते हैं। यहां रोजाना लगभग 100000 लोगों को खाना खिलाया जाता है। यह प्रसादालय दो हिस्सों में बंटा हुआ है। इसका पहला हिस्सा ग्राउंड फ्लोर का हॉल जिसमें 3500 लोग बैठ सकते हैं और दूसरा हिस्सा पहले फ्लोर पर बने दो विशाल हॉल है। हर एक हॉल की कैपेसिटी 1000 है। खाना एकदम सादा और स्वादिष्ट होता है। यहां खाने में दाल, चावल, रोटी, दो तरह की सब्जी और साथ में एक मिठाई होती है। प्रसादालय सुबह 10 बजे से लेकर रात 10 बजे तक खुला रहता है। आप इसके बीच में कभी भी का कर खाना खा सकते हैं।
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