वीडियो है जिसमें दिखाया गया है कि ईरान की मिसाइलों को इजरायल की आर्मी (IDF) ने कैसे हवा में उड़ा दिया। इसमें इजरायल का डिफेंस सिस्टम काम कैसे करता है, यह भी दिखाया गया है।

इजराइल डिफेंस फोर्स ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कई वीडियो साझा किए हैं, जिनमें इजराइल के प्रभावी रक्षा सिस्टम के कारण ईरान द्वारा भेजी गई मिसाइलों को हवा में नष्ट किया जा रहा है। इस रक्षा कवच के रूप में जानी जाने वाली "आयरन डोम" ने इन मिसाइलों को बचावा दिया है। हालांकि, कुछ मिसाइलों को एयर डोम ट्रेस करने में असमर्थ रहा, जो इजराइल के नेवातिम एयरबेस के आसपास टकरा गई। IDF ने अपने पोस्ट में लिखा है, "99 प्रतिशत अवरोधन दर इस तरह दिखती है।"

स्टोरी हाइलाइट्स
  • एयरो एरियल डिफेंस प्रणाली

इजराइल डिफेंस फोर्स ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कई वीडियो साझा किए हैं, जिनमें इजराइल के प्रभावी रक्षा सिस्टम के कारण ईरान द्वारा भेजी गई मिसाइलों को हवा में नष्ट किया जा रहा है। इस रक्षा कवच के रूप में जानी जाने वाली "आयरन डोम" ने इन मिसाइलों को बचावा दिया है। हालांकि, कुछ मिसाइलों को एयर डोम ट्रेस करने में असमर्थ रहा, जो इजराइल के नेवातिम एयरबेस के आसपास टकरा गई। IDF ने अपने पोस्ट में लिखा है, "99 प्रतिशत अवरोधन दर इस तरह दिखती है।"


इजराइल की ताकत के पीछे का रहस्य


इजराइल के एयर डिफेंस ने अधिकांश ईरानी मिसाइलों और ड्रोनों को "एरो एरियल डिफेंस सिस्टम" की मदद से इस्राइली क्षेत्र में पहुंचने से पहले ही नष्ट कर दिया है। इससे स्पष्ट होता है कि इजराइल की ताकत क्या है, जिससे वह मध्य पूर्व में अपनी प्रभुता को बनाए रखता है।


एरो डिफेंस की शक्ति


इजराइल ने "एरो 2" के बाद उन्नत स्तर के "एरो 3" को भी विकसित किया है। इसका मुख्य कार्य है लंबी दूरी पर लक्ष्यों को नष्ट करना। इसका "रॉकेट मैक 9" (लगभग 11,000 किमी प्रतिघंटा) की रफ्तार से दुश्मन की मिसाइलों को नष्ट करने की क्षमता है।


डिफेंस सिस्टम में मिसाइल लॉन्चर, "ग्रीन पाइन" फायर कंट्रोल, और "सिट्रान ट्री" बैटल मैनेजमेंट सिस्टम शामिल हैं। "ग्रीन पाइन" रडार 2,400 वि लंबी दूरी तक लक्ष्यों का पता लगाने और एक समय में 14 लक्ष्यों को रोकने में सक्षम है। इस रडार की ऊँचाई 100 किलोमीटर है और लक्ष्य को बिल्कुल ठीक निशाना बना सकता है।


एयरो एरियल डिफेंस प्रणाली


इजराइल की वायु रक्षा प्रणाली कई स्तरों पर काम करती है। "एरो डिफेंस सिस्टम" इसके सबसे ऊपरी स्तर पर काम करता है, जिसे इजराइल की "एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज" ने अमेरिकी मिसाइल रक्षा एजेंसी के साथ मिलकर तैयार किया है। 1980 के दशक के आखिरी वर्षों में इसके विकास पर काम शुरू हुआ था।