लाल रंग के फूड डाई से हो सकता है कैंसर का खतरा, अमेरिका ने इस्तेमाल पर लगाया प्रतिबंध

अमेरिका ने खाने-पीने की चीजों में इस्तेमाल होने वाले आर्टिफिशियल केमिकल रंग **रेड डाई नंबर 3** पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं, विशेष रूप से कैंसर के बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया गया है।  

red food dye

अमेरिका ने खाने-पीने की चीजों में इस्तेमाल होने वाले आर्टिफिशियल केमिकल रंग **रेड डाई नंबर 3** पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं, विशेष रूप से कैंसर के बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया गया है।  

क्या है रेड डाई नंबर 3  

रेड डाई नंबर 3 एक कृत्रिम फूड कलर है, जिसका उपयोग खाने को आकर्षक और चमकदार बनाने के लिए किया जाता है। यह खासतौर पर **कैंडी, सॉफ्ट ड्रिंक्स और बेकरी प्रोडक्ट्स** में पाया जाता है। यह रंग खाने को चमकदार लाल रंग प्रदान करता है और इसे अधिक आकर्षक बनाता है।  

कैंसर का खतरा  

शोध से पता चला है कि रेड डाई नंबर 3 और अन्य कृत्रिम फूड कलर्स का लंबे समय तक सेवन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। जानवरों पर किए गए परीक्षणों में यह देखा गया है कि इन रंगों की अधिक मात्रा से कैंसर का जोखिम बढ़ता है। हालांकि, मनुष्यों पर इसके असर को स्पष्ट करने के लिए और रिसर्च की आवश्यकता है।  

अन्य देशों में भी है प्रतिबंध  

अमेरिका से पहले **यूरोपीय यूनियन** ने 1994 में इस फूड कलर पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके अलावा, **जापान, चीन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड** जैसे देशों में भी यह रंग बैन है।  

फूड कलर के नुकसान  

आर्टिफिशियल फूड कलर्स का उपयोग सिर्फ खाने को आकर्षक बनाने के लिए होता है। न तो ये पोषण प्रदान करते हैं, न ही खाने को ज्यादा समय तक सुरक्षित रखते हैं। इन्हें डाइट से हटाना सेहत के लिए लाभदायक हो सकता है।  

उपभोक्ता क्या कर सकते हैं?  

1. लेबल पढ़ें: प्रोडक्ट खरीदते समय लेबल ध्यान से पढ़ें और ऐसे फूड्स का चयन करें जिनमें आर्टिफिशियल रंग न हों।  

2. नेचुरल फूड्स चुनें: प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दें।  

3. प्रसंस्कृत फूड्स से बचें: प्रोसेस्ड फूड्स की जगह ताजे और घर के बने खाने को अपने आहार में शामिल करें।  

स्वस्थ जीवनशैली के लिए कृत्रिम फूड कलर से दूरी बनाना एक बेहतर विकल्प हो सकता है।