कोरोना को रोकने के लिए घरों में ही कैद रहेंगे शंघाई के लोग

कोरोना के बढ़ते मामलों नें चीन की चिंताएं बढ़ा दी है। इस बीच शंघाई के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि उन जिलों में भी सख्त प्रतिबंध लागू रहेंगे, जो Covid​​​​-19 के प्रसारण को शून्य करने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर भर के अलग-अलग क्षेत्रों के बाहर मामलों की संख्या दोबारा बढ़ी है।

स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोरोना के बढ़ते मामलों नें चीन की चिंताएं बढ़ा दी है।

कोरोना के बढ़ते मामलों नें चीन की चिंताएं बढ़ा दी है। इस बीच शंघाई के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि उन जिलों में भी सख्त प्रतिबंध लागू रहेंगे, जो Covid​​​​-19 के प्रसारण को शून्य करने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर भर के अलग-अलग क्षेत्रों के बाहर मामलों की संख्या दोबारा बढ़ी है।


दरअसल, इस सप्ताह के पहले स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा मूल्यांकन किया गया था कि कुछ सामान्य होने की उम्मीद है। हाल के दिनों में रुझानों से पता चला है कि शंघाई ने प्रभावी रूप से कोरोना के प्रसारण पर अंकुश लगाया था। एक नियमित प्रेस कान्फ्रेंस में चोंगमिंग जिले के डिप्टी गवर्नर ने कहा कि अधिकांश प्रतिबंधों को जारी रखा जाएगा। हालांकि उन्होंने संगरोध क्षेत्रों के बाहर शून्य मामलों की सूचना दी है। वहीं, उप-गवर्नर झांग जिटोंग ने कहा कि सुपरमार्केट खरीदारों के लिए बंद रहेगी। बिना मंजूरी के सड़कों पर वाहनों की अनुमति नहीं होगी और प्रत्येक घर से केवल एक व्यक्ति को चोंगमिंग के कुछ शहरों में हर दिन घर से बाहर जाने की अनुमति होगी।

इसके अलावा उप-गवर्नर झांग जिटोंग ने कहा कि रोकथाम क्षेत्रों में लोगों के लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि स्वतंत्र रुप से आ-जा सके। उन्होंने कहा कि निवासियों को अपने आवास परिसर को छोड़ने की अनुमति है। आपको बता दें कि शंघाई में बुधवार को 15,861 नए कोरोना वायरस के केस मिले थे। जो एक दिन पहले 16,407 से नीचे थे। शंघाई में सक्रिय मामले 2,494 से बढ़कर 2,634 हो गए हैं। वहीं, क्वारंटाइन क्षेत्रों के बाहर 441 नए मामले सामने आए, जो एक दिन पहले 390 थे। बुधवार को शंघाई में आठ ओर लोगों की मौत हुई थी। अधिकारियों ने कहा मौजूदा वक्त में मरने वालों की संख्या 25 है। जो पिछले चार दिनों में दर्ज की गई हैं।


हालांकि, स्थानीय निवासियों की मानें तो मार्च की शुरुआत से COVID-19 के केस बढ़ने के बाद से परिवार के एक सदस्य की मृत्यु हो गई थी, लेकिन मामलों को आधिकारिक आंकड़ों में शामिल नहीं किया गया था, जिससे उनकी सटीकता पर सवाल उठ रहा है। वहीं, शंघाई प्रशासन ने मरने वालों की संख्या के बारे में सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। COVID-19 मामलों के बढ़ने के बाद शंघाई में लगभग सभी निवासियों को अप्रैल की शुरुआत में घर में रहने का आदेश दिया है। निवासियों को आय में कमी, भोजन प्राप्त करने में कठिनाई, पारिवारिक अलगाव और संगरोध में खराब परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है।