चाय का स्वाद बढ़ाने वाली अदरक के हैं और भी अनेक गुण, अदरक के इस रूप से भी सेहत को मिलेगा जबदरस्त फायदा

अदरक का नाम सुनते ही सबसे पहले लोगों के मन इससे बनी कड़क चाय याद आती है। चाय के शौकीन लोगों के लिए अदरक की चाय पहली पसंद होती है। स्वाद से भरपूर अदरक की चाय सर्दियों में पीने का अपना अलग ही मजा होता है। दरअसल, अदरक अपने औषधीय गुणों की वजह से कई समस्याओं के इलाज में मददगार होती है। यह मतली, पाचन समस्याओं, सर्दी और खांसी जैसी सामान्य मौसमी समस्याओं से राहत दिलाती है।

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अदरक का नाम सुनते ही सबसे पहले लोगों के मन इससे बनी कड़क चाय याद आती है। चाय के शौकीन लोगों के लिए अदरक की चाय पहली पसंद होती है। स्वाद से भरपूर अदरक की चाय सर्दियों में पीने का अपना अलग ही मजा होता है। दरअसल, अदरक अपने औषधीय गुणों की वजह से कई समस्याओं के इलाज में मददगार होती है। यह मतली, पाचन समस्याओं, सर्दी और खांसी जैसी सामान्य मौसमी समस्याओं से राहत दिलाती है।

हालांकि, ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर अदरक के किस प्रकार का इस्तेमाल ज्यादा फायदेमंद होता है। लोग अपनी पसंद और जरूरत के मुताबिक सूखी और ताजा दोनों ही अदरक का इस्तेमाल करते हैं। यह दोनों की सेहत को काफी फायदा भी पहुंचाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं दोनों में से ज्यादा फायदेमंद कौन है। अगर नहीं तो आइए जानते हैं।    

ये हैं अदरक के फायदे

ताजा अदरक, अपने कच्चे और प्राकृतिक रूप में अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। यह स्वाद में हल्की तीखी और थोड़ा मीठी होती है। बात करें इसके फायदों की तो, ताजा अदरक मॉर्निंग सिकनेस, मोशन सिकनेस जैसे कारणों की वजह से होने वाली मतली, पाचन, इम्युनिटी बढ़ाने, सर्दी और फ्लू के इलाज में काफी उपयोगी मानी जाती है।

सोंठ के अपने अलग फायदे

सूखी अदरक, जिसे सोंठ के नाम से भी जाना जाता है, ताजी अदरक की जड़ को सुखाकर और फिर उसे बारीक पीसकर बनाया जाता है। इसे बनाने की प्रक्रिया में ज्यादातर पानी को हटा दिया जाता है। यह पाचन में सुधार, मांसपेशियों-जोड़ों के दर्द और खांसी, सर्दी और गले की खराश से राहत दिलाने में काफी असरदार है।

सूखी और ताजा मे कौन-सी अदरक ज्यादा बेहतर

सूखी और ताजा अदरक, दोनों ही सेहत को कई फायदे पहुंचाती हैं। हालांकि, जब बात दोनों में से किसी एक की आती हैं, तो यह तय कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है। दरअसल, नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, ताजा अदरक को सुखाने की प्रक्रिया में इसमें मौजूद पानी को निकालकर इसमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ा दी जाती है। हालाँकि, इसका मतलब यह नहीं है कि ताजा अदरक में एंटीऑक्सीडेंट की कमी होती है, लेकिन खाना पकाने में जब इसका इस्तेमाल किया जाता है, तोइसके एंटीऑक्सीडेंट का स्तर कम हो जाता है।

इसके अलावा साल 2013 में पबमेड सेंट्रल में प्रकाशित एक अध्ययन में यह पता चला कि ताजा अदरक रेस्पिरेटरी सिस्टम की रक्षा करने में मदद कर सकता है, जबकि सूखा अदरक समान प्रभाव पैदा नहीं करता है। साथ ही आयुर्वेद के अनुसार, सूखा अदरक वात को संतुलित करने में मदद करता है, जबकि ताजा अदरक इसे बढ़ाता है, जिससे संभावित रूप से गैस, सूजन और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। यह वजह है कि मौसमी फ्लू, सर्दी, खांसी और सांस की समस्याओं के समाधान के लिए ताजे अदरक की जगह सूखे अदरक का पानी या चाय पीने की सलाह दी जाती है।