कमजोर हुआ चक्रवात जवाद: बंगोप सागर में ही चक्रवाती तूफान “जवाद” धीमा पड़ा, गहरे दबाव के रूप में पुरी तट से टकराएगा

बंगोप सागर में बना चक्रवात जवाद समुद्र के अन्दर धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। ऐसे में चक्रवात जवाद गहरे दबाव के रूप में रविवार दोपहर के समय पुरी तट से टकराएगा। समुद्र के अन्दर कमजोर होकर जवाद वर्तमान समय में 4 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ गति कर रहा है। यह जानकारी स्थानीय मौसम विभाग की तरफ से दी गई है। चक्रवात के कमजोर होने की खबर मिलते ही समुद्र के किनारे विभिन्न होटलों में रहने वाले पर्यटक समुद्र में नहाने तथा मौज मस्ती करने के लिए सी बीच पर पहुंच गए। इसके बाद प्रशासन तुरन्त सी बीच पर रेड अलर्ट जारी करते हुए पर्यटकों को समझा बुझाकर होटल में भेजा।
प्रदेश में भारी से भारी बारिश होगी
मौसम विभाग की ताजा बुलेटिन के मुताबिक वर्तमान समय में चक्रवात जवाद आन्ध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से दक्षिण पूर्व दिशा में 230 किमी. जबकि गोपालपुर बंदरगाह से दक्षिण में यह 340 किमी. की दूरी पर है। उसी तरह से पुरी से 410 किमी. दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम एवं पारादीप बंदरगाह से दक्षिण-दक्षिण पश्चिम दिशा में 490 किमी. की दूरी पर अवस्थित है। चक्रवात जवाद समुद्र में ही धीरे धीरे कमजोर हो रहा है। 5 दिसम्बर को गहरे दबाव के रूप में पुरी में स्थल भाग से टकराने के बाद उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा में ओडिशा तट होते हुए पश्चिम बंगाल की तरफ अग्रसर होगा। गहरे दबाव के प्रभाव से प्रदेश में भारी से भारी बारिश होगी। ऐसे में लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है।
हवा की गति बढ़ेगी
मौसम वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने इस संदर्भ में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि जवाद के प्रभाव से वर्तमान समय तक पारादीप में सर्वाधिक बारिश 68 मिमी., पुरी में 45 मिमी., भुवनेश्वर में 10 मिमी. बारिश हुई है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। उसी तरह से आज सुबह के समय पुरी जिले में सर्वाधिक पवन 26 किमी प्रति घंटा तथा पारादी में 10 किमी. प्रतिघंटा ए​वं गोपालपुर में 15 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल रही है। समय के साथ तटीय जिलों में हवा की गति बढ़ेगी।
चक्रवात के समुद्र में कमजोर हो जाने की खबर से लोगों में दिखा उत्साह
चक्रवात जवाद के समुद्र में ही कमजोर हो जाने एवं चक्रवात के कारण पुरी के लिए जो खतरा था टल जाने के बाद लोगों में उत्साह देखने को मिला है। खासकर दूर दराज से पुरी घूमने आने वाले पर्यटक अपने अपने होटलों से निकलकर समुद्र किनारे पहुंच गए। कुछ पर्यटकों को तो समुद्र में नहाते भी देखा गया। हालांकि पर्यटकों के समुद्र में नहाने जाने की खबर सामने आते ही पुरी के एसपी कुंवर विशाल सिंह के साथ विभिन्न थानों के अधिकारी भी सी-बीच पर पहुंचे और पर्यटकों को समझाबुझाकर उनके होटल में भेजा। पर्यटकों का कहना था कि चक्रवात के आने से मन में भय का माहौल था मगर भगवान जगन्नाथ जी कृपा से यह खतरा टल गया है। इससे पहले समुद्र के इस तरह के रौद्र रूप को हमने नजदीक से कभी नहीं देखा था। एसपी ने कहा है कि भले ही चक्रवात का खतरा टल गया है, मगर समुद्र पूरी तरह से अशांत है। ऐसे में जब तक मौसम विभाग की तरफ चक्रवात का खतरा पूरी तरह से टल जाने की सूचना नहीं मिला जाती है तब तक किसी भी पर्यटक को समुद्र के किनारे जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बंगोप सागर में बना चक्रवात जवाद समुद्र के अन्दर धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। ऐसे में चक्रवात जवाद गहरे दबाव के रूप में रविवार दोपहर के समय पुरी तट से टकराएगा। समुद्र के अन्दर कमजोर होकर जवाद वर्तमान समय में 4 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ गति कर रहा है। यह जानकारी स्थानीय मौसम विभाग की तरफ से दी गई है। चक्रवात के कमजोर होने की खबर मिलते ही समुद्र के किनारे विभिन्न होटलों में रहने वाले पर्यटक समुद्र में नहाने तथा मौज मस्ती करने के लिए सी बीच पर पहुंच गए। इसके बाद प्रशासन तुरन्त सी बीच पर रेड अलर्ट जारी करते हुए पर्यटकों को समझा बुझाकर होटल में भेजा।
प्रदेश में भारी से भारी बारिश होगी
मौसम विभाग की ताजा बुलेटिन के मुताबिक वर्तमान समय में चक्रवात जवाद आन्ध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से दक्षिण पूर्व दिशा में 230 किमी. जबकि गोपालपुर बंदरगाह से दक्षिण में यह 340 किमी. की दूरी पर है। उसी तरह से पुरी से 410 किमी. दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम एवं पारादीप बंदरगाह से दक्षिण-दक्षिण पश्चिम दिशा में 490 किमी. की दूरी पर अवस्थित है। चक्रवात जवाद समुद्र में ही धीरे धीरे कमजोर हो रहा है। 5 दिसम्बर को गहरे दबाव के रूप में पुरी में स्थल भाग से टकराने के बाद उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा में ओडिशा तट होते हुए पश्चिम बंगाल की तरफ अग्रसर होगा। गहरे दबाव के प्रभाव से प्रदेश में भारी से भारी बारिश होगी। ऐसे में लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है।
हवा की गति बढ़ेगी
मौसम वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने इस संदर्भ में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि जवाद के प्रभाव से वर्तमान समय तक पारादीप में सर्वाधिक बारिश 68 मिमी., पुरी में 45 मिमी., भुवनेश्वर में 10 मिमी. बारिश हुई है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। उसी तरह से आज सुबह के समय पुरी जिले में सर्वाधिक पवन 26 किमी प्रति घंटा तथा पारादी में 10 किमी. प्रतिघंटा ए​वं गोपालपुर में 15 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल रही है। समय के साथ तटीय जिलों में हवा की गति बढ़ेगी।
चक्रवात के समुद्र में कमजोर हो जाने की खबर से लोगों में दिखा उत्साह
चक्रवात जवाद के समुद्र में ही कमजोर हो जाने एवं चक्रवात के कारण पुरी के लिए जो खतरा था टल जाने के बाद लोगों में उत्साह देखने को मिला है। खासकर दूर दराज से पुरी घूमने आने वाले पर्यटक अपने अपने होटलों से निकलकर समुद्र किनारे पहुंच गए। कुछ पर्यटकों को तो समुद्र में नहाते भी देखा गया। हालांकि पर्यटकों के समुद्र में नहाने जाने की खबर सामने आते ही पुरी के एसपी कुंवर विशाल सिंह के साथ विभिन्न थानों के अधिकारी भी सी-बीच पर पहुंचे और पर्यटकों को समझाबुझाकर उनके होटल में भेजा। पर्यटकों का कहना था कि चक्रवात के आने से मन में भय का माहौल था मगर भगवान जगन्नाथ जी कृपा से यह खतरा टल गया है। इससे पहले समुद्र के इस तरह के रौद्र रूप को हमने नजदीक से कभी नहीं देखा था। एसपी ने कहा है कि भले ही चक्रवात का खतरा टल गया है, मगर समुद्र पूरी तरह से अशांत है। ऐसे में जब तक मौसम विभाग की तरफ चक्रवात का खतरा पूरी तरह से टल जाने की सूचना नहीं मिला जाती है तब तक किसी भी पर्यटक को समुद्र के किनारे जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।