दिल की बीमारियों से जुड़े मामलों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी, देश के युवा हो रहें हैं इसके ज़्यादा शिकार, आज की खबर में जानिए ऐसे कारण जो बढ़ाते हैं इसका खतरा

देश में इन दिनों दिल से जुड़ी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते कुछ समय से भारत में युवाओं में कार्डियोवेस्कुलर डिजीज (CDV) के मामलों में चिंताजनक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। यह भारत में मृत्यु का प्रमुख कारण है, जो सभी मौतों का 26.6% है, लेकिन चिंता की बात यह है कि युवाओं में इसके मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं।

heart problems

देश में इन दिनों दिल से जुड़ी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते कुछ समय से भारत में युवाओं में कार्डियोवेस्कुलर डिजीज (CDV) के मामलों में चिंताजनक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। यह भारत में मृत्यु का प्रमुख कारण है, जो सभी मौतों का 26.6% है, लेकिन चिंता की बात यह है कि युवाओं में इसके मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं।

दरअसल, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, पिछले दो दशकों में 30-44 साल की उम्र वाले लोगों में सीवीडी के मामलों में 300% की वृद्धि देखने को मिली है। यही वजह है कि यह एक चिंता का विषय बन गया है। सीवीडी की वजह से व्यक्ति को दिल का दौरा, स्ट्रोक और यहां तक की समय से पहले मौत भी हो सकती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में बात करेंगे लाइफस्टाइल से जुड़ी कुछ ऐसी आदतों के बारे में, जो दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ाती है।

गतिहीन जीवनशैली

बीते कुछ समय से लोगों की लाइफस्टाइल में तेजी से बदलाव होने लगा है। काम के बढ़ते प्रेशर और बिजी शेड्यूल की वजह से लोग अक्सर शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रह पाते हैं। तेजी से गतिहीन होते जीवन में लोग अपना ज्यादातर समय स्क्रीन के सामने ही बिताते हैं, जिसकी वजह से वह किसी तरह की कोई एक्सरसाइज या वर्कआउट नहीं कर पाते हैं, जो सीवीडी के खतरे को काफी हद तक बढ़ा देती है।

गलत आदतें

इन दिनों कई सारे लोग गलत खानपान की आदतों का शिकार है, जिसकी से उन्हें कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मौजूदा समय में कई लोग फास्ट फूड और ज्यादा चीनी वाले फूड आइटम्स का इस्तेमाल करने लगे हैं, जिसकी वजह से शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। ऐसे में खान-पान की ये गलत आदतें सीवीडी को बढ़ाने में योगदान करती हैं। इससे बचने के लिए फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर हेल्दी डाइट को फॉलो करना चाहिए।

मानसिक तनाव

तेजी से बदलती लाइफस्टाइल का असर सिर्फ हमारे शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी देखने को मिलता है। वर्तमान में कई लोग विभिन्न मानसिक समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। तनाव इन्हीं में से एक हैं, जिससे आजकल ज्यादातर युवा पीड़ित हैं। तनाव न सिर्फ आपके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है, बल्कि यह सीवीडी के विकास में भी अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में जरूरी है कि दिल को हेल्दी रखने के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट का खास ख्याल रखा जाए।

आनुवंशिकता

कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं ऐसी होती हैं, जो आनुवंशिक प्रवृत्ति की वजह से व्यक्ति को अपना शिकार बना लेती है। सीवीडी भी इन्हीं में से एक है। इसका जोखिम तय करने में पारिवारिक इतिहास बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में अपने पारिवारिक इतिहास की सही जानकारी और डॉक्टर की सलाह इसके जोखिम को पहचानने और कम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।