ये सुबह की आदतें आपके ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकेंगी। आज ही इन्हें अपने रूटीन में शामिल करें।

हाइपरग्लिसीमिया या उच्च रक्त शर्करा (उच्च रक्त शर्करा) और प्री-डायबिटीज और मधुमेह से संबंधित है। जब रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, लेकिन इतना अधिक नहीं कि इसे डायबिटीज कहा जा सके, तो इसे प्री-डायबिटीज कहा जाता है। शरीर में मौजूद हार्मोन इंसुलिन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार होता है, इसलिए इंसुलिन को प्राथमिक रक्त शर्करा नियंत्रक माना जाता है।

tips for diabetes

हाइपरग्लिसीमिया या उच्च रक्त शर्करा (उच्च रक्त शर्करा) और प्री-डायबिटीज और मधुमेह से संबंधित है। जब रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, लेकिन इतना अधिक नहीं कि इसे डायबिटीज कहा जा सके, तो इसे प्री-डायबिटीज कहा जाता है। शरीर में मौजूद हार्मोन इंसुलिन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार होता है, इसलिए इंसुलिन को प्राथमिक रक्त शर्करा नियंत्रक माना जाता है।


हालांकि, हाइपरग्लिसीमिया कई कारणों से हो सकता है। इसके कुछ प्रमुख कारणों में लिवर द्वारा अधिक मात्रा में ग्लूकोज उत्पादन, अपर्याप्त इंसुलिन उत्पादन शामिल हैं। इसके अलावा, एक बेसहारा जीवन शैली, कुछ दवाएं, खानपान की आदतें और तनाव भी इसे बढ़ाने में योगदार हो सकते हैं। इस लेख में, हम आपको कुछ ऐसी सुबह की आदतों के बारे में बताएंगे जिन्हें नियमित रूप से अपनाकर आप रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं।


सेब का सिरका से शुरूआत करें: अपने दिन की शुरुआत सेब के सिरके से करें। हालांकि, ध्यान रखें कि एप्पल साइडर विनेगर केवल कुछ समय के लिए ही रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। सेब का सिरका डायबिटीज का "उपचार" नहीं करता है।


दवाएं समय पर लें: डायबिटीज एक अनदोषी बीमारी है, जिसे दवाओं और खान-पान की मदद से नियंत्रित किया जाता है। इसलिए अपनी दवाइयों को समय पर लें और किसी भी हालात में उन्हें छोड़ने का प्रयास न करें।


शुगरी ड्रिंक्स से बचें: अतिरिक्त चीनी वाली ड्रिंक्स में न्यूनतम पोषण मूल्य होता है और कैलोरी में ज्यादा होती है। डायबिटिक्स के लिए ये ड्रिंक्स हानिकारक हो सकते हैं, क्योंकि ये ब्लड शर्करा को तेजी से बढ़ा सकते हैं।


लो ग्लाइसेमिक फूड्स चुनें: कम ग्लाइसेमिक फूड्स धीरे-धीरे ग्लूकोज को रक्त स्ट्रीम में छोड़ते हैं, जिससे रक्त शर्करा को तेजी से बढ़ने से रोका जा सकता है। इसलिए, आप अपने आहार में ओट्स, साबुत अनाज, अनाजी और फलियों जैसे लो ग्लाइसेमिक फूड्स को शामिल कर सकते हैं।


व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करने से आप अपनी इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ा सकते हैं, स्वस्थ वजन प्राप्त कर सकते हैं, और रक्त शर्करा को नियंत्रित रख सकते हैं। व्यायाम करते समय रक्त शर्करा का उपयोग आपकी मांसपेशियों द्वारा ऊर्जा प्रदान करने और संकुचन के लिए किया जाता है।


नाश्ता न छोड़ें: सभी को अपने दिन की शुरुआत एक स्वस्थ नाश्ते के साथ करना चाहिए। नाश्ता न करने पर, लोग दिन में बाद में ज्यादा खाने की इच्छा कर सकते हैं, जिससे उनके रक्त शर्करा स्तर में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, नियमित खानपान से रक्त शर्करा को संतुलित रखने में मदद मिल सकती है।